लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले करीब साढ़े चार साल में दो करोड़ रोजगार देने के लिए राज्य सरकार कोशिशों में लगी है। जिसके लिए अब गुजरात माडल लागू किया जाएगा। इस संबंध में प्रदेश के उद्योग मंत्री और अधिकारियों का दल गुजरात से आ चुका है। जिसमें अनेक कंपनियों के निवेश यूपी में आएंगे।
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा है कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक फ्रेण्डली नीतियों एवं सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के फलस्वरूप उद्योग स्थापित करने एवं पूंजी निवेश करने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने के लिए गुजरात दौरा कर चुके हैं। महाना के नेतृत्व में उच्च अधिकारियों का एक दल दो दिवसीय गुजरात के दौरे पर गया ।
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इस प्रतिनिधि मण्डल में प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक सिन्हा मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा देवाशीष पाण्डा सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे। प्रतिनिधि मण्डल ने गुजरात के प्रमुख औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। आई.एन.डी. एन.ई.एक्स. टी.वी. और फिक्की द्वारा अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम के सत्र में विभिन्न औद्योगिक एवं कम्पनी घरानों के लोग शामिल थे।
जिसमें खास तौर राजीव वास्तपाल, सीएमडी राजीव पेट्रोकेमिकल्स प्रा.लि., चिन्तन ठक्कर चेयर मैन विल्सपन इण्डिया लि0, सुनील पारिख स्ट्रेटजिक कारपोरेट एडवाइजर जाइडस ग्रुप और जुविलियंट भारतीय ग्रुप मीना काविया, चेयरमैन टेक्सटाइल कमेंटी जी.सी.सी.आई., शान्ती भाई पटेल, अध्यक्ष जेम और ज्वेलरी इण्डिया के डॉक्टर भारत भोगरा अध्यक्ष आल गुजरात स्पिनर्स एसोसिएशन और सरोश जिनवाला डायरेक्टर प्रोजेक्टस केम प्रोसेस सिस्टम प्रा. लि. के अलावा ऊर्जा, औषधि निर्माण, रसायन, हीरा, ज्वेलरी और टूरिज्म के प्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास प्रमुख सचिव आलोक सिन्हा ने अपने संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण में उ.प्र. की विभिन्न क्षमताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नखासतौर से उ.प्र. में परिवहन की समुचित व्यवस्था, औद्योगिक अवस्थापना, औद्योगिक कारीडोर और हाल में ही उ.प्र. सरकार द्वारा जारी की गयी औद्योगिक निवेश और रोजगार संवर्धन नीति के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। राज्य सरकार द्वारा ईज ऑफ डूईंग बिजनेस हेतु उठाये गये विभिन्न कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में देश के स्लीपिंग जाइंट के रूप में जाने जाने वाले उत्तर प्रदेश को जगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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इस मौके पर औद्योगिक मंत्री सतीश महाना ने देश के एवं खासतौर से गुजरात के औद्योगिक घरानों को भरोसा दिलाया कि उ.प्र. उद्योगों के स्थापना के लिए उचित वातावरण बना चुका है और उद्योगों के अनुकूल वातावरण बहुत तेजी से बना रहा है। उन्होंने उद्योगपतियों को उ.प्र. आने का न्यौता दिया। इस मौके पर उ.प्र. में उद्योगों के अनुकूल सृजित किये गये औद्योगिक महौल को रेखांकित भी किया।
प्रतिनिधि मण्डल ने अहमदाबाद में स्थित टोरेन्ट पॉवर सेन्टर का भ्रमण किया। इस मौके पर टोरेन्ट पॉवर के पूर्णकालिक निदेशक जीनल मेहता ने टोरेन्ट पॉवर के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। इसके पश्चात् प्रतिनिधि मण्डल ने भी अवलोकन किया। निजी विकासकर्ताओं द्वारा विकसित किया गया औषधि निर्माण सेक्टर में एक लोकप्रिय औद्योगिक पार्क है। उ.प्र. सरकार द्वारा हाल में जारी की गयी औद्योगिक नीति में भी निजी क्षेत्र में औद्योगिक पार्कों को प्रोत्साहित करने की व्यवस्था है। इस दृष्टिकोण से इस पार्क का भ्रमण एवं अवलोकन अति महत्वपूर्ण रहा।
प्रतिनिधि मण्डल ने जाइडस के चेयरमैन पंकज आर पटेल और प्रेसीडेंट फिक्की से अहमदाबाद स्थित जाइडस कार्यालय में मुलाकात की। इस मौके पर उद्योग से जुड़े विभिन्न आयामों, रणनीतियों, औद्योगिक सुविधाओं और नई निवेश आकर्षित करने तथा रोजगार के अवसर सृजित करने सम्बंधी विभिन्न पहेलुओं पर चर्चा की। जाइडस के चेयर मैन श्री पंकज आर पटेल ने उ.प्र. सरकार द्वारा उद्योग के क्षेत्र में उठाये गये कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उ.प्र. सरकार ने उद्योग के क्षेत्र में सराहनीय पहल की है जिसकी पूरे देश में तारीफ की जा रही है। उन्होंने उ.प्र. के चतुर्दिक विकास के लिए हर सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
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