उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ का क़हर, डूबने से 31 और बिजली गिरने से 27 की मौत

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ का क़हर, डूबने से 31 और बिजली गिरने से 27 की मौतउत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ का क़हर, डूबने से 31 और बिजली गिरने से 27 की मौत

नई दिल्ली। देश के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश से असम, मेघालय, बिहार और पश्चिम बंगाल में बाढ़ के भीषण तबाही मचाई है। बाढ़ के चलते 31 लोग मारे जा चुके हैं। दिल्ली और गुड़गांव में आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया, ओड़िशा में बिजली गिरने से 27 लोग मारे गए हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ''असम में बाढ़ से 26 लोगों की मौत हुई है और इस राज्य के 28 जिलों में 3,300 से अधिक गाँवों में करीब 37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।''

हिमाचल में भी बारिश से तबाही

हिमाचल प्रदेश में भी रविवार को भारी बारिश हुई जहां हमीरपुर जिले में सुजानपुर तीरा में सबसे अधिक 137 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा, धर्मशाला में 96 मिमी, नादौन में 92 मिमी और रेणुका में 85 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों में कई जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है। आधिकारिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश और भूटान के उपरी जल संग्रहण इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ का जलस्तर बढ़ गया है। मेघालय में आज पश्चिम गारो हिल्स जिले के बाढ़ की चपटे में आने से कम से कम तीन लोग मारे गए और दो लापता हैं।

ब्रह्मपुत्र और जिंजिराम नदियों के बहाव में मामूली गिरावट आई है, कई गांव लगातार बारिश होने से जलमग्न हो गए। असम में और तीन लोगों के मरने के साथ राज्य में बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या 29 पहुंच गई। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि बारपेटा जिले के कलगछिया, दर्रांग जिले के डालगांव और गोलपाड़ा जिले के लखीपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने असम में बाढ़ प्रभावित मोरीगांव, नगांव और काजीरंगा का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद संवाददाताओं को बताया, ''मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि स्थिति इतनी विकट है। मैंने मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों से बात की. यह समस्या एक बड़ी चुनौती है।''

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.