युवाओं के लिए Freelancing एक बेहतर विकल्प
श्रृंखला पाण्डेय 30 July 2016 5:30 AM GMT

लखनऊ। पढ़ाई के बाद वैसे तो नौकरी करना ज्यादातर छात्रों का लक्ष्य होता है, पर कई बार कई कारणों से नौकरी करना संभव नहीं होता। इसके अलावा कई बार खुद भी नौकरी की बजाय अपना काम करने की इच्छा होती है। ऐसी सभी परिस्थितियों में फ्रीलांसिंग युवाओं के पास करियर को दिशा देने का एक बेहतर विकल्प है।
टीचिंग : बच्चों को पढ़ाना एक ऐसा काम है, जिसे आप घर बैठे ही कर सकते हैं। जैसी शैक्षणिक योग्यता आपकी हो, उसी के अनुरूप आप विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। आज के प्रतियोगी माहौल में टीचिंग में फ्रीलांसिंग करके अच्छी कमाई की जा सकती है। साइंस, कॉमर्स, मैथ्स, अंग्रेजी आदि के शिक्षकों की काफी मांग होती है। फ्रीलांसिंग करते-करते आप खुद का कोचिंग इंस्टीट्यूट भी खोल सकते हैं।
फोटोग्राफी : फ्रीलांसिंग के दृष्टिकोण से फोटोग्राफी में कई तरह के अवसर उपलब्ध हैं। आप पत्र-पत्रिकाओं की जरूरत के अनुसार फोटोग्राफ मुहैया करा सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न आयोजनों, जैसे विवाह, सालाना उत्सव, फैशन शो, प्रोडक्ट लॉन्च आदि के लिए भी आप फोटोग्राफी कर सकते हैं। आजकल पोर्टफोलियो बनाने से भी अच्छी आमदनी होने लगी है।
लेखन : यदि आप लिखने की इच्छा रखते हैं और इसकी स्वाभाविक प्रवृत्ति आपमें हैं, तो आप घर बैठे ही विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और वेबसाइट्स के लिए लेखन संबंधी कार्य कर सकते हैं। थोड़ा अनुभव हो जाने पर आप किताबें या उपन्यास भी लिख सकते हैं। इतना ही नहीं, आपको टीवी, एडवरटाइजमेंट एजेंसी और यहां तक कि फिल्मों के लिए स्क्रिप्ट लिखने का काम मिल सकता है।
काउंसलिंग : वर्तमान प्रतियोगी माहौल के मद्देनजर काउंसलरों की काफी डिमांड है। यह डिमांड न सिर्फ कैरियर काउंसलिंग के क्षेत्र में है, बल्कि मार्केटिंग, मेडिसिन, इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन, एचआर आदि विभिन्न क्षेत्रों में है। अपनी-अपनी जरूरत के अनुसार व्यक्ति या कंपनियां संबंधित सलाहकारों से संपर्क स्थापित करती हैं। इसके बदले फ्रीलांस काउंसलर को अच्छी खासी फीस मिल जाती है। काउसंलिंग से न सिर्फ बेहतर कमाई होती है, बल्कि आपकी पर्सनैलिटी में भी निखार आता है।
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