#स्वयंफ़ेस्टिवल: बच्चों ने जाने संविधान से मिले मौलिक अधिकार

Neetu SinghNeetu Singh   30 Dec 2016 5:12 PM GMT

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#स्वयंफ़ेस्टिवल: बच्चों ने जाने संविधान से मिले मौलिक अधिकारछात्र-छात्राओं को दी मानवाधिकार की जानकारी।

इन्द्रबहादुर (कम्युनिटी जर्नलिस्ट) 34 वर्ष

औरैया। गाँव कनेक्शन फाउंडेशन की ओर से आयोजित किए जा रहे स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत जनपद के जनपद के बिधुना ब्लॉक स्थित जनता इंटर कॉलेज में मानवाधिकार के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तृत जानकारी दी गई।

मानवाधिकार के बारे में जानकारी देते राष्ट्रीय मानवाधिकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम विश्नोई।

दरअसल, गाँव कनेक्शन की ओर से यूपी के 25 जिलों में आयोजित किए जा रहे स्वयं फेस्टिवल के तहत जनपद में दो से आठ दिसंबर तक विभिन्न ब्लॉक में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत बिधुना जनपद में स्वयं फ़ेस्टिवल के चौथे दिन सोमवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम विश्नोई ने मानवाधिकार अधिकारों की जानकारी देते हुए बताया, “भारत एक लोकतांत्रिक देश है। ऐसे में यहां हर किसी को अपनी मर्जी से जीने का पूरा अधिकार है मगर उस स्वतंत्रता का नाजायज लाभ उठाते हुए दूसरों के अधिकारों का हनन करना सजा के प्रवधान में आता है।” विश्नोई ने कहा, “यह बहुत जरूरी है कि आज के समय में हर किसी को संविधान में मिले अधिकारों के बारे में पूरी जानकारी हो। वे अपनी स्वतंत्रता के साथ ही औरों की स्वतंत्रता का भी पूरा ख्याल रखें।”

उन्होंने बताया कि पुलिस को भी कैदियों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए इसका पूरा कानून है। मगर लोगों को इसकी ज्यादा जानकारी नहीं होती है। ऐसे में उनका शोषण होता है। जाहिर है कि लोगों को इस संबंध में जागरूकता रखनी चाहिए। उन्हें अपने कानून प्रदत्त संपूर्ण अधिकारों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। गाँव कनेक्शन की ओर से उठाए गए इस क़दम से काफी कुछ छात्र-छात्राओं ने सीखा। इस बीच छात्र-छात्राओं ने अपने मौलिक अधिकारों के बारे में भी मानवाधिकार विशेषज्ञों से सवाल पूछे, जिनका उन्हें उत्तर देकर ज्ञानवर्धन किया गया।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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