जर्जर बिजली के तार बन रहे परेशानी का सबब

Update: 2017-06-30 16:09 GMT
बिजली के तारों का फैला मकड़जाल।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

इलाहाबाद। विधान सभा चुनाव के एजेंडों में शामिल 24 घण्टा बिजली देने का वादा भाजपा सरकार पूरी नही कर पा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रो से लेकर शहरवासियों के बीच निराशा का माहौल व्याप्त है। जिला मुख्यालयों से लेकर गॉवों तक पहले से मिलने वाली बिजली में भीकटौती शुरू हो गई है। जिला मुख्यालयों पर 24 घण्टा और गाँवो में 18 घण्टा बिजली देने का वादा फिसड्डी साबित हो रहा है। इसकी वजह बिजली विभाग स्थानीय तकनीकी खराबी बता रहे है। विभाग का मानना है की तकनीकी खामी की वजह से लगातार विद्युत आपूर्ति सम्भवनही हो पा रहा है।

बारिश की कमी और बिजली गुल होने की समस्या से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में लगी फसल का सिचाई कार्य प्रभावित हो रहा है,जिससे किसानों के अंदर सरकार को लेकर असन्तोष बढ़ रहा है।

महेवा गांव निवासी बबलू (35वर्ष)का कहना है,“ बिजली गायब रहने से सिंचाई के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ती है। कभी कभी बिजली आने पर तार जल जाता है तो कहीं ट्रांसफार्मर जलने की समस्या आ जाती है।”

पुराने संसाधन की वजह से नही हो पा रही आपूर्ति

वर्षो पुराने तार कमजोर हो चूके है जो की अधिक समय तक आपूर्ति करने में बाधक बन रहे हैं। विभागीय कर्मचारियों के मुताबिक कुछ ऐसा ही हाल ट्रांसफार्मर की भी है। आपूर्ति का लोड ट्रांसफार्मर बर्दाश्त नही कर पा रहे हैं। इस वजह से जगह जगह ट्रांसफार्मर जलने कीशिकायते आ रही है। दबी जुबान अधिकारियों का कहना है की विद्युत आपूर्ति का समय बढ़ाने से पहले संसाधनों में सुधार की जरूरत थी,लेकिन ऐसा नही किया गया जिससे शासन की तरफ से किये गए वादे को पूरा करने में समस्या आ रही है।

क्षेत्रीय किसान उरुवा ब्लाक निवासी रविशंकर(35वर्ष) का कहना है,“ तार जगह जगह झुक गए है,कई जगह तार खतरे की वजह बनने को बेताब हैं, लेकिन विभाग वेपरवाह बना हुआ है।”

वहीं नवर चौखटा निवासी सुनील(37वर्ष) का कहना है,“ भाजपा को स्थिति का अंदाज़ा नही था और भवावेश में आकर किसानों से वादा कर सत्ता में आ गए,लेकिन वादे को लेकर सरकार में कोई खास सक्रियता नज़र नही आ रही है।”

लो -वोल्टेज भी नही छोड़ रहा पीछा

पिछले एक माह से बिजली जाने की बारम्बारता में वृद्धि हुई है। बिजली है भी तो वोल्टेज लो होने से उसका कोई खास उपयोग नही हो पाता है। इसका समस्या का सामना शहरवासी भी कर रहे हैं। शहरी क्षेत्र में ट्रांसमिशन की लाइनों से समस्या खड़ा हुआ है। 220 केवी के कैंट और132 केवी के तेलियरगंज में स्थित सब स्टेशन दो तिहाई शहर को पूरी क्षमता के मुताबिक आपूर्ति नही दे पा रहे है। दोपहर के वक्त कटौती और शाम के वक्त लो वोल्टेज की समस्या से लोग परेशान हो उठे हैं।

अल्लापुर निवासी संजय यादव(46वर्ष) का कहना है,“ 24 घण्टे बिजली देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार पहले मिलने वाली बिजली में भी कमी कर दी है जिससे गर्मी के समय हालत पस्त हो जा रही है।”

विभागीय उच्च अधिकारियों का कहना है की कई जगहों पर तार पुराने हो चुके है तो कही ट्रांसफार्मर अपनी क्षमता से अधिक काम कर रहा है जिससे ट्रांसफार्मर जलने और गलकर तार टूटने की शिकायतें आती है। जिन्हें समय रहते दूर कर लिया जाता है लेकिन इस दौरानविद्युत आपूर्ति ठप तो हो ही जाती है।

अधिशाषी अभियंता कल्याणी मनोज अग्रवाल का कहना है , “बिजली आपूर्ति में कमी की वजह स्थानीय तकनीकी खराबी ही है। खराबी की शिकायत मिलने पर आपूर्ति रोककर ही सुधार किया जाता है। जल्द ही इस समस्या का निदान निकाल लिया जाएगा।”

पुराने पड़े तारों को बदलने के साथ ही अन्य पुराने संयंत्रों पर भी नज़र है। शासन की ओर से निर्धारित बिजली देने की व्यवस्था मौजूद है। कुछ जगहों पर दिक्कत आ रही है जिसे अतिशीघ्र सुधार कर दिया जाएगा।

एससी झा,मुख्य अभियंता, बिजली विभाग, इलाहाबाद

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