आपको भी अगर साँस की तकलीफ़ है तो डॉक्टर की ये पाँच बड़ी बातें आपके काम की हैं

अगर आप या आपका कोई जानने वाला अस्थमा से पीड़ित है और समझ नहीं पा रहा है कि आख़िर किस वज़ह ये समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है, और कैसे होगा ये ठीक तो ऐसे ही सवालों के जवाब आपको यहाँ मिलेंगे।

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अस्थमा को लेकर अभी भी लोगों में जानकारी की कमी है। जैसे ये किस कारण से ज़्यादा बढ़ता है?, इसके इलाज़ के लिए क्या करना होता है? ऐसे ही कई सवालों के ज़वाब दे रहे हैं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश।

1) साफ़ वातावरण में रहने से कम होती है साँस की बीमारी

हरियाली कम होने और औद्योगीकरण बढ़ने से एलर्जी की समस्या लगातार बढ़ रही है। एलर्जी स्किन की हो सकती है, साँस संबधित हो सकती है। बार-बार सर्दी ज़ुकाम हो जाना, आँखों में एलर्जी हो सकती है। शरीर के अन्य हिस्सों में भी एलर्जी हो सकती है।

इसके साथ-साथ अपर रेस्पिरेटरी की बात करें और फिर लोवर जहाँ पर फेफड़े हैं, उसकी नलियां हैं, उसमें भी एलर्जी हो सकती है और यही एलर्जी अस्थमा का रूप ले लेती है।

2) कैसे जाने आपको साँस से जुड़ी तकलीफ़ है या नहीं

अगर आपको बार-बार सर्दी जुकाम हो रहा है तो ये एलर्जी आपको हो सकती है। यदि आपको साँस फूलने के अटैक पड़ रहे हैं, छोटे बच्चों से लेकर, युवा और बुज़ुर्ग तक में एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसका इलाज़ बहुत आसान है। मरीज़ को समय रहते इसकी जाँच विशेषज्ञ से करा लेनी चाहिए।

3) समय पर लें दवाई

अस्थमा रोगी जैसे ही कुछ राहत महसूस करते हैं, दवाई लेना बंद कर देते हैं। क्योंकि अस्थमा जब भी होता है अटैक की तरह से होता है। लेकिन अगर मरीज़ नियमित रूप से दवा नहीं लेगा तो परेशानी बढ़ सकती है। इनहेलर की बात करें तो इसके ज़रिए बहुत कम दवा शरीर में जाती है, जबकि जो गोली खाते हैं तो उसकी मात्रा ज़्यादा होती है, वो नुकसान भी करती है। अगर आपको किसी ख़ास चीज से एलर्जी हो रही है तो उससे दूरी बना लें।

4) जंक फ़ूड भी हो सकती है बीमारी की वज़ह

हमारा खानपान भी बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित कर रहा है। बच्चों में आप देख सकते हैं जंक फ़ूड की तरफ ज़्यादा चलन बढ़ रहा है, ये भी ख़तरनाक हो सकता है। कई तरह के पॉलेन, फंगस, केमिकल एलर्जी की वज़ह होते हैं। इनकी पहचान करके समय पर इसका उपचार करें।

5) जगह या शहर बदलने से भी जुड़ी हो सकती है साँस की बीमारी

कई बार काम के सिलसिले में लोगों को जगह या फिर शहर बदलना पड़ता है, जिसकी वज़ह से एलर्जी की समस्या हो सकती है। अगर साफ़ हवा वाले शहर से आप प्रदूषित जगह पहुंचते हैं तो साँस की तकलीफ़ हो सकती है। कोशिश करें स्वच्छ वातावरण मिले जिससे साफ़ हवा शरीर में जाए।

#asthma BaatPateKi 

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