स्वाइन फ्लू से ऐसे करें खुद का बचाव, ये फोन नंबर आएंगे आपके काम  

Mohit AsthanaMohit Asthana   29 Aug 2017 8:59 AM GMT

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स्वाइन फ्लू से ऐसे करें खुद का बचाव, ये फोन नंबर आएंगे आपके काम  प्रतीकात्मक तस्वीर।

लखनऊ। स्वाइन फ्लू ने पूरे देश में दहशत मचा रखी है। इस महामारी ने महानगरों, नगरों और गाँव तक अपने पैर को पसार रखे हैं। स्वाइन फ्लू जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में हर वर्ग के लोग आ रहे हैं। दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से लेकर गुजरात तक हर जगह स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से फैलते जा रहे हैं।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से देश में मरने वालों की संख्या 1094 के पार पहुंच चुकी है। जब लोगों में स्वाइन फ्लू (H1N1)के वायरस संक्रमित होते हैं तो उनके लक्षण आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा के समान ही होते हैं। ऐसे में जरूरी है इस खतरनाक बीमारी से अपने आप को बचाना। हम आपको बताने जा रहे है स्वाइन फ्लू के लक्षण एवं उनके बचाव के बारे में....

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स्वाइन फ्लू के लक्षण

  • स्वाइन फ्लू उन्हीं व्याक्तियों में होता है जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
  • ज्यादातर ये पहले से बीमार चल रहे मरीज, गर्भवती महिलाएं आदि हो सकती हैं।
  • अगर लगातार हल्का बुखार आना।
  • थूकने में दर्द होना।
  • कभी-कभी लाल चकत्ते भी पड़ सकते है।
  • खांसी का लगातार आना।

इन तरीकों से खुद को और अपने परिवार को स्वाइन फ्लू से बचाएं

  • स्वाइन फ्लू से बचाव की इसका बेहतर इलाज है। आराम करना, ज्यादा से ज्यादा पानी पीना इस बीमारी के होने से शरीर में पानी की कमी नहीं होनी देनी चाहिये।
  • अगर कोई शख्स स्वाइन फ्लू की चपेट में आ भी गया हो तो उसे डॉक्टर की सलाह पर दवा खा लेनी चाहिये।
  • वैसे शुरुआत में बुखार आने पर पैरासिटामॉल 650mg दी जाती है।
  • किसी व्यक्ति में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखें तो उससे कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखें। स्वाइन फ्लू का मरीज जिस चीज का इस्तेमाल करे, उसे भी नहीं छूना चाहिए। बहुत जरूरत पड़ने पर मास्क का प्रयोग करके ही मरीज के पास जाना चाहिए।
  • अगर किसी में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखें तो उससे हाथ मिलाने और गले मिलने से बचना चाहिए।
  • अपने हाथों को हमेशा साबुन और पानी से करीब 20 सेकंड तक अच्छी तरह से धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है।

स्वाइन फ्लू की जांच

स्वाइन फ्लू की जांच के लिये H1N1 वायरस की जांच की जाती है। इस जांच से पता चलता है कि मरीज को स्वाइन फ्लू है कि नहीं

स्वाइन फ्लू की बस यही है दवा

स्वाइन फ्लू के इलाज जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिये टेमीफ्लू (tamiflu) टैबलेबट ही दी जाती है।

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20 मिनट में दवा पहुंचेगी आपके पास

टेमीफ्लू टैबलेट सरकार द्वारा निशुल्क दी जा रही है। इताना ही नहीं उत्तर प्रदेश के हर जिले में लैंडलाइन नंबर जारी किया गया है जिस पर फोन करते ही 20 मिनट के अंदर दवा आप तक उपलब्ध करा दी जाएगी। यदि आप घर से नहीं जा सकते हैं और आपको टेमीफ्लू टैबलेट की आवश्यकता है तो आप जारी किये गए नंबर पर कॉल करके अपने घर पर भी मंगवा सकते है।

ये फोन नंबर आएंगे आप के काम

लखनऊ में आप 0522-2622080 नंबर पर कॉल करके आप दवा मंगवा सकते हैं।

मुजफ्फर नगर - 0131-2440966

मुरादाबाद - 0591-2411224

मेरठ- 0121- 2422492

लखीमपुर खीरी- 05872-234713

बनारस - 0542-2315406

उन्नाव -0515-2840512

सीतापुर - 05862-242243

शाहजहॉपुर -05842-222273

कानपुर नगर -0512-2403855

कानपुर देहात -05111-271365

झांसी -0510-2440521

गोरखपुर - 0551-2336622

गाजियाबाद -0120-2850780

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जागरुकता न होने के कारण जाते हैं निजी अस्पताल में

ज्यादातर देखा गया है कि स्वाइन फ्लू का शक होने पर लोग सरकारी अस्पताल की अपेक्षा निजी अस्पताल में इलाज करवाने जाते है और अस्पताल वाले अनावश्यक जांच और दवाईयों के नाम पर पैसा लेते है। जब कि सरकारी अस्पतालों में इलाज से लेकर दवाई तक सब निशुल्क है।

हर जिले के सरकारी अस्पताल में है स्वाइन फ्लू वार्ड

शासन के आदेश के मुताबिक राज्य के सभी जिला अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिये अलग से वार्ड बनाया गया है। वार्ड में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। इमरजेंसी इंतजाम रखने पड़ते है।

(फिजीशियन डॉक्टर रूपेन्द्र कुमार से बातचीत के मुताबिक )

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