कोई फोन कर बिजली का बिल जमा करने को कहे तो संभल जाइएगा, खाली हो सकता है आपका अकाउंट

साइबर अपराधी ना सिर्फ लगातार अपग्रेड हो रहे हैं बल्कि ठगने के नए- नए तरीके भी खोज रहे हैं। बिजली बिल जमा करने के नाम पर फोन कर अब अकाउंट से पैसे निकाले जा रहे हैं ।

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कोई फोन कर बिजली का बिल जमा करने को कहे तो संभल जाइएगा, खाली हो सकता है आपका अकाउंट

बिजली बिल का एक मैसेज आपको कंगाल कर सकता है। जी हाँ; बिना कुछ सोचे समझे अगर आप भी झट मैसेज का जवाब या जानकारी साझा कर देते हैं तो संभल जाइए। कहीं साइबर फ्रॉड का अगला निशाना आप ना हो जाए।

साइबर क्रिमिनल्स का गिरोह अब उन लोगों को निशाना बना रहा है जो बुजुर्ग हैं या भोले-भाले है। हालही में लूट का ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें महाराष्ट्र के एक बुजुर्ग को फोन कर 514 रुपये के बिल की पेमेंट करने को कहा गया। इसके बाद बुजुर्ग पेमेंट करने को तैयार हो गए। फिर साइबर ठग ने बुजुर्ग को एक लिंक भेजा और बुजुर्ग ने प्रोसेस कंप्लीट कर दिया, इसके बाद बुजुर्ग के बैंक अकाउंट से कई लाख रुपये कट गए।

कभी न करें ये गलती

फर्जी बिल स्कैम या साइबर ठग से खुद को बचाने के लिए ज़रूरी है कि पेमेंट वाले किसी भी मैसेज में दिए लिंक पर आंख बंदकर यकीन ना करें। इसके लिए सेंडर का नाम और पेमेंट रिक्वेस्ट को ठीक से चेक करें।

कोई व्यक्ति आपको मैसेज में लिंक भेजता है और उस लिंक की मदद से कोई ऐप इंस्टॉल करने को कहता है, तो सावधान हो जाएगा। यह ऐप आपका बैंक अकाउंट तक खाली कर सकता है।

सेफ्टी के लिए हमेशा Play Store से ही ऐप इंस्टॉल करें और डिस्क्रिप्शन में उसकी डिटेल्स भी पढ़े लें।

ठगी का शिकार होने पर यहाँ करें शिकायत

किसी तरह के साइबर अपराध से जुड़ी शिकायत के लिए आप 1930 नंबर पर फोन कर सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ये खास हेल्पलाईन नम्बर जारी किया है। इसपर आप अपना मोबाइल नंबर बैंक वॉलेट-मर्चेंट का नाम जिससे राशि निकली है, वह खाता संख्या/वॉलेट, आईडी जिससे राशि डेबिट की गई है और लेन-देन की आईडी, घटना की तिथि और समय की पूरी जानकारी दी जाती है।

डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड के जरिए की गई धोखाधड़ी के मामले में डेबिट क्रेडिट कार्ड नंबर, लेन-देन का स्क्रीन शॉट या धोखाधड़ी में संबंधित दस्तावेजों की प्रति हेल्पलाइन पर देनी होगी।

शिकायत दर्ज होते ही आपको एसएमएस या ई-मेल के जरिए सिस्टम जनरेटेड लॉग इन आईडी या रिसिप्ट नंबर मिलेगा। उसे डालते ही फरियादी को 24 घंटे में शिकायत रजिस्टर्ड करानी होगी। जो साइबर अपराध के लिए ज़रूरी है।उत्तर प्रदेश में 18 साइबर क्राइम थाने हैं। हर रेंज में साइबर क्राइम पुलिस सेंटर है। आप वहाँ जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही शिकायत के लिए इन थानों के सीयूजी नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं।

आप यूपी पुलिस की वेबसाइट https://uppolice.gov.in/article/hi/cyber-crime पर जाकर भी शिकायत कर सकते हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग हो या फिर ऑनलाइन पेमेंट, साइबर ठगी का शिकार होने पर शिकायत में देरी नहीं करें। याद रखिए, समय के साथ साथ साइबर अपराधी लगातार अपग्रेड हो रहे हैं। ऐसे में आपकी सावधानी ही आपको साइबर फ्रॉड से बचा सकती है।

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