सरहद के पास से पलायन शुरू
गाँव कनेक्शन 4 Oct 2016 4:38 PM GMT
अमृतसर (एजेंसी)। LOC पर तनाव बढ़ने के बाद पंजाब सरकार ने भारतीय सरहद से 10 किलोमीटर के दायरे में बसे गाँवों को खाली करने की मुनादी करवा दी है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां दोनों ओर से गोलाबारी जारी है। कुछ ऐसे ही हालात पाकिस्तान में भी हैं। सरहदी गाँवों में एक तरह की दहशत और एक तरह की अनिश्चितता बनी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी अफ़सरों ने गाँव के लोगों से कह दिया है कि वे यह इलाक़ा छोड़कर किसी सुरक्षित जगह चले जाएं। गांव के बाशिंदे किसान हैं। वे खेती और पशुपालन करते हैं। सीमा पार से होने वाले गोलाबारी में उन्हें काफ़ी नुक़सान हो चुका है।
पाकिस्तान के एक गांव के नज़ीर अहमद और उनके साथ के दूसरे लोग 15 किलोमीटर दूर दूसरे गांव में शरण लिए हैं। पंजाब में पाकिस्तान सीमा से सटे कई गांवों में भी यही हाल है। इससे लोग गुस्से में है। परेशान हैं। सरकार को कोस रहे हैं, लेकिन अपना गांव, घर-बार छोड़ कर जा भी रहे हैं। लोगों की दिलचस्पी न गानों में है और न फ़िल्मों में, लोग दुकानों, घरों, होटलों और हर जगह समाचार चैनल ही देख रहे।
पाकिस्तानी सीमा पर बसे दाउके गांव के इंदरजीत सिंह बताते हैं, "टीवी देखकर लग रहा है कि ख़तरा है, कुछ भी हो सकता है।"
वाघा बॉर्डर के क़रीब ही दुकान चलाने वाले कंवलजीत सिंह का कहना है, "इस जगह पर एक हज़ार लोग काम करते हैं। जो दुकान, रेहड़ी या पार्किंग से पैसे कमा कर अपना गुज़ारा करते हैं, लेकिन चार दिनों से सारा काम बंद पड़ा है।"
वहीं शो पीस की दुकान चलाने वाले कुलदीप ने बताया, "चार दिनों के बाद स्थिति थोड़ी बदली है, क्योंकि बीएसएफ़ वाले पीछे से ही लोगों को इस तरफ नहीं आने देते थे। लेकिन अब कुछ लोग इस तरफ आ रहे हैं, यहां कोई ख़तरा नहीं है।"
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि सरहद पार से आने वाले ट्रक ड्राइवरों ने भी बताया है कि सीमा के उस पार ऐसा कोई माहौल नहीं है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि सरकार जबरन सबको 10 किलोमीटर दूर जाने को कह रही है।
More Stories