सीरियाई युद्ध के दौरान अस्पतालों में हमलों से 800 से ज्यादा डॉक्टरों और दूसरे कर्मचारियों की मौत

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सीरियाई युद्ध के दौरान अस्पतालों में हमलों से 800 से ज्यादा डॉक्टरों और दूसरे कर्मचारियों की मौतसीरिया में 2011 से जारी है तबाही।

पेरिस (एएफपी)। सीरिया में वर्ष 2011 से मुख्य रुप से सरकार समर्थित बलों द्वारा किए गए अपराधों, अस्पताल में बम विस्फोटों, गोलीबारी और उत्पीड़न जैसे युद्ध अपराध के कृत्यों में 800 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हुई है।

‘द लान्सेट’ चिकित्सकीय पत्रिका में प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार सीरिया सरकार और उसके सहयोगी रुस ने स्वास्थ्यसेवा पर हिंसक रोक को युद्ध का हथियार बना दिया है। इसमें कहा गया है कि स्वास्थ्यसेवा को ‘‘हथियार बनाने’’ के कारण सैकड़ो स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हुई है, सैकड़ो और लोगों को बंदी बनाया गया है या उनका उत्पीड़न किया गया और स्वास्थ्य देखभाल संबंधी सैकड़ो सुविधाओं पर जानबूझकर एवं व्यवस्थित तरीके से हमला किया गया।’’इस दौरान लगभग 15,000 चिकित्सक देश से भाग गए जिसके कारण लाखों आम नागरिकों तक मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच सकीं।

अंतरराष्ट्रीय सुमदाय ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय एवं मानवाधिकार कानूनों के उल्लंघनों को मुख्य रुप से अनुत्तरित छोड़ दिया है।’’
द लान्सेट, पत्रिका

‘द लान्सेट’ चिकित्सकीय पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के लेखकों ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सुमदाय ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय एवं मानवाधिकार कानूनों के उल्लंघनों को मुख्य रुप से अनुत्तरित छोड़ दिया है।’’ इस रिपोर्ट को बेरुत, ब्रिटेन एवं अमेरिका में विश्वविद्यालयों और सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसाइटी (एसएएमएस) और गैर सरकारी संगठन मल्टी एड प्रोग्राम्स के विशेषज्ञों ने संकलित किया है।

‘द लान्सेट’ चिकित्सकीय पत्रिका में प्रकाशित आकड़ो के अनुसार मार्च 2011 से पिछले साल सितंबर तक 782 स्वास्थ्य कर्मी मारे गए। रिपोर्ट के अनुसार अस्पतालों एवं क्लीनिकों पर बम विस्फोट में 426 (55 प्रतिशत) लोगों की मौत हुई। चिकित्सकीय पेशेवरों पर गोलीबारी में 180 लोग (23 प्रतिशत), उत्पीड़न के कारण 101 (13 प्रतिशत) और मौत की सजा दिए जाने के कारण 61 (आठ प्रतिशत) लोग मारे गए। सितंबर 2016 से कम से कम 32 और लोग मारे गए हैं।

   

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