‘मन की बात में बोले पीएम’, किसानों ने किया रिकॉर्ड उत्पादन, इसरों ने बढ़ाया देश का मान

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‘मन की बात में बोले पीएम’, किसानों ने किया रिकॉर्ड उत्पादन, इसरों ने बढ़ाया देश का मानमन की बात करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी से मन की बात की। मन की बात के अपने 29वें संस्करण में प्रधानमंत्री ने इसरों की सराहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे देश का सिर ऊंचा हुआ है। इस दौरान उन्होंने डिजिटल पेमेंट को बढ़वा देने के लिए लोगों से अपील की कि वो कम से कम 125 लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना और उपयोग करना सिखाएं।

पीएम ने कहा कि मंगल ग्रह पर मंगलयान’ भेजने की कामयाबी के बाद, अभी पिछले दिनों इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में, एक विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसरो ने मेगा मिशन के जरिए एक साथ विभिन्न देशों, जिसमें अमेरिका, इजराइल, कजाकस्तान, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, यूएई और भारत भी, 104 सैटेलाइट अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं। एक-साथ 104 सैटेलाइटको अन्तरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया। ये भी खुशी की बात है कि यह लगातार 38वां पीएसएलवी का सफल लॉन्च है। यह उपलब्धि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसरो का यह कॉस्ट इपेक्टिव एफिशियंट स्पेस प्रोग्राम सारी दुनिया के लिए एक अजूबा बन गया है और विश्व ने खुले मन से भारत के वैज्ञानिकों की सफलता को सराहा।

पीएम ने कहा कि इस उपलब्धि को प्राप्त करने में एक महिला वैज्ञानिक ने योगदान दिया है जो कि गर्व का विषय है। इस दौरान पीएम ने बताया कि भारत द्वारा हाल ही में किए गए बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण भी किया। यह मिसाइल जमीन से 100 किमी ऊपर ही दुश्मन की किसी मिसाइल को मारने में सक्षम है।

डिजि धन योजना के तहत 1500 करोड़ से ज्यादा रकम का ईनाम बंटा

डिजिटल पेमेंट को प्रमोट करने के लिए बनाई गई स्कीमों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की डिजि धन और लकी ग्राहक योजना का लोगों को लाभ मिला है। डिजि धन योजना के तहत 1500 करोड़ से ज्यादा रकम के ईनाम दिए जा चुके हैं। इन स्कीमों के चलते अब तक करोंड़ों के पुरस्कार बांटे जा चुके हैं। डिजिटल पेमेंट का उपयोग करने से देश में भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम लगाने में अहम है। भीम ऐप को लेकर पीएम ने कहा कि अप्रैल में बाबा साहेब अंबेडकर की जयंति आ रही है और में इस ऐप का उपयोग कर रहे युवाओं से कहूंगा कि वो इसे उपयोग करने का तरीका कम से कम 125 लोगों का सिखाएं।

किसान भाई-बहनों को दी बधाई

पीएम ने इसके बाद देश के किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि इस साल फसल की बंपर पैदावार हुई है और इसके लिए किसानों को बधाई। किसान भाइयों-बहनों ने कड़ी मेहनत करके अन्न के भंडार भर दिए हैं और सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मेरी एक विनती को देश के किसानों ने सिर आंखों पर बैठाकर मेहनत की और दालों का रिकॉर्ड उत्पादन किया इसके लिए उनका धन्यवाद। इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान का उत्पादन हुआ है।

दिव्यांग किसी से कम नहीं

प्रधानमंत्री ने दिव्यांगों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दिनों भारत की दिव्यांग क्रिकेट टीम ने ब्लाइंड टी20 क्रिकेट विश्वकप जीतकर साबित किया है कि वो किसी काम में पीछे नहीं हैं। जबकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर कहा कि यह अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब जन शिक्षा का रूप ले चुका है। देश के प्रत्येक कोने में इस ज्वलंत मुद्दे पर लोगों को सोचने पर मजबूर किया है और बरसों से चले आ रहे पुराने रीति-रिवाज़ों के प्रति लोगों की सोच में बदलाव लाया है। जब ये समाचार मिलते हैं कि बेटी के जन्म पर उत्सव मनाया गया, इतना आनंद आता है।

पीएम आगे बोले कि मैंने सुना है कि तमिलनाडु राज्य के कुड्डलोर जिले ने एक विशेष अभियान के तहत बाल-विवाह पर रोक लगाई। अब तक करीब 175 से ज्यादा बाल-विवाह रोके जा चुके हैं। जिला प्रशासन ने ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ के अंतर्गत करीब-करीब 55-60 हजार से ज्यादा बेटियों के बैंक अकाउंट खोले हैं। जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में कन्वर्जेंस मॉडल के तहत समस्त विभागों को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना’ में जोड़ा है और ग्राम-सभाओं के आयोजन के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा अनाथ बच्चियों को गोद लेना, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना, इसके भरपूर प्रयास हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में ‘हर घर दस्तक’ के कार्यक्रम अंतर्गत गांव-गांव घर-घर बेटियों की शिक्षा के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है।

राजस्थान ने ‘अपना बच्चा, अपना विद्यालय’ अभियान चला करके जिन बालिकाओं का ड्रॉप आउट हुआ था, उनको पुनः स्कूल में भर्ती कराना, फिर से पढ़ने के लिए प्रेरित करने का अभियान चलाया है। कहने का तात्पर्य ये है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ इस आंदोलन ने भी अनेक रूप धारण किए हैं।

               

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