जल्लीकट्टू के समर्थकों का विरोध प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहा

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जल्लीकट्टू के समर्थकों का विरोध प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहापोंगल के अवसर पर मदुरै के कैरीसालकुलम गाँव में लोकप्रिय प्राचीन खेल जलीकट्टू पर कोर्ट से 

चेन्नई (भाषा)। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के समर्थकों का विरोध प्रदर्शन आज लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। यहां विरोध प्रदर्शन के केंद्र मरीना बीच समेत कई स्थानों पर युवा वर्ग और छात्र डटे रहे।

मरीना बीच और इसके आसपास के क्षेत्र में बडी संख्या में पुरष, महिलाएं और बच्चे इकट्ठे हुए। उन्होंने जल्लीकट्टू को मंजूरी देने की मांग करते हुये नारे लगाए।

जल्लीकट्टू के समर्थकों ने मदुरै में रेल यातायात को बाधित किया। आंदोलन के कारण रेल सेवा लगातार प्रभावित हो रही है।

दक्षिण रेलवे ने कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया और कुछ ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की।जल्लीकट्टू के आयोजन को अनुमति देने के लिए केंद्र ने तत्परता दिखाते हुए कल अध्यादेश के मसौदे को मंजूरी दी थी जिसके साथ ही तमिलनाडु के लिए इसे लागू करने का रास्ता साफ हो गया। अध्यादेश को मंजूरी के साथ ही व्यापक स्तर पर हो रहा विरोध प्रदर्शनों के खत्म होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कल कहा कि जल्लीकट्टू के आयोजन को मंजूरी देने वाला अध्यादेश एक या दो दिन में लाया जाएगा और इसकी राह में आने वाली किसी भी तरह की ‘‘बाधाओं'' से निपटने के लिए कानून के तहत कदम उठाए जाएंगे।

जल्लीकट्टू के आयोजन को मंजूरी देने वाला अध्यादेश एक या दो दिन में लाया जाएगा और इसकी राह में आने वाली किसी भी तरह की ‘‘बाधाओं’’ से निपटने के लिए कानून के तहत कदम उठाए जाएंगे।
तमिलनाडु, मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम

जल्लीकट्टू : अनशन पर बैठे द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष

जल्लीकट्टू पर लगे प्रतिबंध को स्थायी रुप से हटाने की मांग को लेकर आज द्रमुक के विधायक, सांसद और कार्यकर्ता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन की अगुवाई में यहां अनशन पर बैठे।

विभिन्न जिलों के द्रमुक कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी भी यहां अनशन पर बैठे हैं। द्रमुक ने कहा कि जल्लीकट्टू का आयोजन बिना किसी बाधा के हो सके, यह सुनिश्चित करने के लिए वे कोई स्थायी उपाय चाहते हैं। स्टालिन ने कल मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की घोषणा का स्वागत किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार जल्लीकट्टू को मंजूरी देने के लिए पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम में संशोधन के लिए अध्यादेश जारी करेगी। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र को ‘‘प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जानवरों'' की सूची से सांडों को स्थायी रुप से हटा देना चाहिए ताकि राज्य में खेल का वार्षिक आयोजन किया जा सके।

आज चेन्नई पहुंचेंगे तमिलनाडु के राज्यपाल

तमिलनाडु का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे महाराष्ट्र के राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव जल्लीकट्टू खेल के आयोजन के पक्ष में अध्यादेश लाने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र से मंजूरी मिलने की पृष्ठभूमि में आज चेन्नई पहुंचेंगे।

गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने सांडों को काबू करने के इस खेल पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। राजभवन के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राव शाम करीब चार बजे चेन्नई पहुंचेंगे।'' महाराष्ट्र के राज्यपाल राव के पास तमिलनाडु का अतिरिक्त कार्यभार है। अगस्त में के. रोसैय्या का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें प्रभार सौंपा गया था।

संभावना है कि तमिलनाडु कैबिनेट जल्लीकट्टू पर आज अध्यादेश को मंजूरी देगी और उसे अंतिम अनुमति के लिए राज्यपाल के पास भेजेगी। तमिलनाडु सरकार ने जल्लीकट्टू के आयोजन के लिए अध्यादेश जारी करने का प्रस्ताव रखा है।

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव ।

सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए करेंगे हर प्रयास: प्रधानमंत्री

केंद्र द्वारा जल्लीकट्टू अध्यादेश को मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि तमिलनाडु की जनता की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘तमिलनाडु की समृद्ध संस्कृति पर हमें गर्व है। तमिल लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।'' मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार तमिलनाडु की प्रगति के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए काम करती रहेगी।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने दो दिन पहले मोदी से मुलाकात कर उनसे अध्यादेश को मंजूरी देने का अनुरोध किया था।


   

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