देश में लगातार घट रही है प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता: केंद्र

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देश में लगातार घट रही है प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता: केंद्रgaonconnection

नई दिल्ली (भाषा)। देश में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता में लगातार कमी हो रही है और वर्ष 2050 तक इसके कम होकर 1140 घन मीटर प्रति वर्ष रह जाने की आशंका है।

जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री संजीव कुमार बालियान ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल आयोग ने देश में औसत वार्षिक जल उपलब्धता 1869 अरब घन मीटर (BCM) का आकलन किया है। लेकिन इसके बावजूद भौगोलिक स्थितियों, जल विज्ञान और अन्य समस्याओं के चलते उपयोग करने योग्य अनुमानित जल लगभग 1123 BCM आंका गया है जिसमें 690 BCM सतही जल और 433 बीसीमए पुनर्भरणीय भूमि जल शामिल है।

बालियान ने बताया कि राष्ट्रीय एकीकृत जल संसाधन विकास आयोग ने अपनी 1999 की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया था कि वर्ष 2025 और 2050 तक विभिन्न प्रयोजनों के लिए जल की कुल आवश्यकता क्रमश: 843 BCM और 1180 BCM होगी।

बालियान ने बताया कि वर्ष 2025 में 1394 मिलियन अनुमानित आबादी पर केवल 1341 घन मीटर प्रति वर्ष पानी ही उपलब्ध हो पाएगा।

राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम पूरे देश के लिए है: केंद्र

नई दिल्ली (भाषा)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के मकसद से पेश राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम देशभर के ग्रामीण इलाकों में लागू करने के लिए है।

केंद्रीय जल और स्वच्छता मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि यह कार्यक्रम सीमाई, दूर दराज और पिछड़े इलाकों में लागू है जिनमें हिमालयी क्षेत्र भी आता है।

तोमर ने राज्यों द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी के आधार पर बताया कि 27 राज्य स्तरीय, 730 जिला स्तरीय, 276 ब्लॉक स्तरीय और 1110 उपमंडल स्तरीय जल गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं। इसके अलावा देश में 87 मोबाइल जल गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाएं भी हैं।

 

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