'महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुद्रा योजना के तहत लगभग 70 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को मिला'- राष्ट्रपति

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुद्रा योजना के तहत लगभग 70 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को मिला- राष्ट्रपति'महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुद्रा योजना के तहत लगभग 70 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को मिला'- राष्ट्रपति. फोटो : जेएसएलपीएस

ससंद में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। महिलाओं से जुड़े कदमों पर जानकारी देते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "आत्मनिर्भर भारत में महिला उद्यमियों की विशेष भूमिका है। मेरी सरकार ने महिलाओं को स्वरोज़गार के नए अवसर देने के लिए कई कदम उठाए हैं। मुद्रा योजना के तहत अब तक 25 करोड़ से ज्यादा ऋण दिए जा चुके हैं, जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को मिले हैं।

आज से बजट सत्र (Budget 2021) शुरू हो गया है। एक फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया जा रहा है। इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM nirmala sitharaman) आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश (Economic Survey) करेंगी। दो हिस्से में चलने वाला यह बजट सत्र 8 अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र पहला चरण आज से 15 फरवरी तक चलेगा, इसमें आर्थिक सर्वे पेश किया जा रहा है। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र से पहले अपना भाषण में कहा, "दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत देश में आज 7 करोड़ से अधिक महिला उद्यमी करीब 66 लाख स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। बैंकों के माध्यम से इन महिला समूहों को पिछले 6 वर्षों में 3 लाख 40 हजार करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है।"

उन्होंने कहा, "हुनर हाट और उस्ताद योजना के माध्यम से लाखों शिल्पकारों का कौशल विकास भी किया जा रहा है और उनको रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। इन लाभार्थियों में आधे से अधिक महिला शिल्पकार हैं। e-haat के माध्यम से इन शिल्पकारों को पूरी दुनिया के खरीदारों से जोड़ा जा रहा है।"

राष्ट्रपति ने कहा, ''गरीब बहन-बेटी की गरिमा बढ़े, उनकी परेशानी कम हो, इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए गए। घर में काम करने वाले भाई-बहन, गाड़ी चलाने वाले, जूता सिलने वाले, कपड़ा प्रेस करने वाले, खेतिहर मजदूर, ऐसे गरीब साथियों को भी पेंशन मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना चलाई गई। गरीब के हक का राशन कोई दूसरा न छीन ले, इसके लिए शत प्रतिशत राशन कार्ड को डिजिटल किया जा चुका है, 90 प्रतिशत राशन कार्डों को आधार से जोड़ा जा चुका है। गरीब को बैंकिंग व्यवस्था का लाभ मिले, इसके लिए 41 करोड़ से अधिक गरीबों के जनधन खाते खोले गए। इनमें से आधे से अधिक खाते हमारी गरीब बहनों और बेटियों के हैं.''

"रसोई के धुएं से गरीब बहन-बेटी की सेहत न खराब हो, इसके लिए उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ से ज्यादा मुफ्त कनेक्शन दिए गए। गरीब का शिशु किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित न हो इसलिए मेरी सरकार ने न सिर्फ टीकों की संख्या बढ़ाई बल्कि टीकाकरण अभियान को देश के उन आदिवासी इलाकों में भी ले गई जो अब तक अछूते थे, " राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा।

मिशन इंद्रधनुष के तहत साढ़े 3 करोड़ से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया गया। गरीब की मृत्यु के बाद उसके परिवार के पास एक संबल रहे, इसलिए सिर्फ 90 पैसा प्रतिदिन के प्रीमियम पर लगभग साढ़े 9 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से जोड़ा गया।

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.