भद्रक में साम्प्रदायिक हिंसा, 35 लोग गिरफ्तार 

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
भद्रक में साम्प्रदायिक हिंसा, 35 लोग गिरफ्तार ओडिशा के भद्रक शहर में गुरुवार से शुरू हुई साम्प्रदायिक हिंसा में जलाये गए घर व दुकान।

नई दिल्ली। राम और सीता के बारे में सोशल मीडिया पर कथित टिप्पणी के बाद ओडिशा के भद्रक शहर में गुरुवार से शुरू हुई साम्प्रदायिक हिंसा अब भी जारी है। शहर में कर्फ्यू लगाया गया है और स्कूल कॉलेजों को बुधवार तक बंद कर दिया गया है। सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस दिलीप कुमार दास ने कहा कि पुलिस ने हिंसा में शामिल 35 लोगों को गिरफ़्तार किया है, स्थिति नियंत्रण में लाने की कोशिश जारी है। वहीं इस इस हिंसा और आगजनी में अभी तक किसी की जान नहीं गई है, लेकिन जगह-जगह लूट और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक कई घरों और दुकानों को जलाने की ख़बर है। जबकि शहर में शांति बनाए रखने के लिए 35 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए गए हैं। कर्फ्यू की अवधि बढ़ाकर शनिवार छह बजे तक कर दी गई है।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

शहर में बिगड़ते हालात को संभालने महानिदेशक और गृह सचिव असित त्रिपाठी शुक्रवार शाम से ही भद्रक में डेरा डाले हुए हैं। बताया जा रहा है कि भद्रक में 31 मार्च से जिलाधीश का पद खाली था, जिसे शुक्रवार को कटक म्युनिसिपल कार्पोरेशन के कमिश्नर ज्ञान रंजन दास को आनन-फानन में नियुक्त कर भरा गया। नवीन पटनायक सरकार ने उन्हें तत्काल पद ग्रहण करने के आदेश दिए। जिसके बाद वो शुक्रवार की रात में ही भद्रक पहुँच कर ज़िम्मेदारी संभाल चुके हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित कई विशिष्ट लोगों ने जनता से शहर में शांति बनाए रखने की अपील की है।

भद्रक में मुस्लिम समुदाय ज्यादा

ओडिशा में दंगे या साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं वैसे तो कम ही होती हैं क्योंकि मिश्रित आबादी वाले इलाके यहां कम हैं। हां, भद्रक ओडिशा के उन चुनिंदा शहरों में से एक है, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग काफी संख्या में है। लोग इस हिंसा को आगामी विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 15 और 16 अप्रैल को भुवनेश्वर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है। इसमें 2019 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत का खाका तैयार किया जाना है। यह घटना राज्य में साम्प्रदायिक तापमान बढ़ा सकती है। ध्रुवीकरण तेज होगा, जोकि बीजेपी के लिए अनुकूल साबित हो सकता है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.