भारतीय युवाओं को कुशल बनाने के लिए 4 कौशल संस्थान होंगे विकसित

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सरकार की महत्वाकाक्षी स्किल ट्रेनिगं योजना है। जिससे भारतीय नौजवान अपने कौशल को बढ़ावा दे सकें। इस योजना का लक्ष्य केवल भारतीय नौजवानों को अपने कौशल के आधार पर अजीविका दिलाना है।

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
भारतीय युवाओं को कुशल बनाने के लिए 4 कौशल संस्थान होंगे विकसितसाभार: इंटरनेट

नई दिल्ली। शिक्षा देने के लिए केंद्र सरकार ने बुधवार को देश में विभिन्न जगहों पर भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) स्थापित करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सरकार की महत्वाकाक्षी स्किल ट्रेनिगं योजना है। जिससे भारतीय नौजवान अपने कौशल को बढ़ावा दे सकें। इस योजना का लक्ष्य केवल भारतीय नौजवानों को अपने कौशल के आधार पर अजीविका दिलाना है।

पंजाब के 'गुरुदेव' से जानिए पराली न जलाने के फायदे ... खेत और किसान दोनों को लाभ

केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, " केन्द्र सरकार की तरफ़ से इस तरह के चार संस्थानों को मंजूरी दी गई है। इन्हें सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत स्थापित किया जाएगा।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। देश में कौशल विकास से जूड़े 14 हजार मान्यता प्राप्त संस्थान हैं जिनमे से 80 प्रतिशत निजी संस्थान हैं। इसके अलावा 13 हजार और अन्य प्रशिक्षण केन्द्र हैं जो मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इन सारे केन्द्रों को नियंत्रित करने के लिए एनसीबीटी और एनएसडीए को मिलाकर एक रेगूलेटर एनसीबीईटी बनाया जा रहा है।

साभार: इंटरनेट

रविशंकर प्रसाद ने यह भी जानकारी दी कि "नया रेगुलेटर, कौशल विकास प्रशिक्षण से जुड़े केन्द्रों को मान्यता देने, उनके प्रमाणपत्रों को मंजूरी देने तथा शिकायतो को सुनने आदि का काम करेगा। इसका एक प्रमुख अध्यक्ष होगा और उसमें कार्यकारी और गैर कार्यकारी सदस्य भी होंगे। इस रेगूलेटर से देश में कौशल विकास एवं प्रशिक्षण कार्य को गुणवत्तापूर्ण बनाया जायेगा।" उन्होने आगे बताया कि देश कि 54 प्रतिशत आबादी की उम्र 25 वर्ष से कम है और विदेशों में कौशल युक्त भरतीय युवाओं की काफी मांग है।"

"आईआईएस की स्थापना से भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों के वैश्विक प्रतिस्पर्धा में वृद्धि होगी, जिसके द्वारा उच्च गुणवत्तायुक्त कौशल प्रशिक्षण व व्यावहारिक शोध शिक्षा मिलेगी। इससे उद्योग में प्रत्यक्ष व सार्थक संबंध भी स्थापित होगा।" यह बात एक आधिकारिक बयान में कही गई थी। इस वार्ता में यह भी कहा गया कि "इस योजना से देश भर के महत्वाकांक्षी युवकों को उच्च कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और इससे उद्योग के साथ-साथ अपने जुड़ाव उत्तरदायित्व के कार्यक्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।"

कृषि कुंभ: किसानों को सिखाए जाएंगे आमदनी बढ़ाने के आसान तरीके, जानिए क्या-क्या होगा ख़ास

कौशल विकास योजना के तहत चलने वाले कोर्स

1 कृषि

2 परिधान, मेडअप और होम फर्निशिंग

3 ऑटोमोटिव

4 सौंदर्य और कल्याण

5 बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा)

6 पूंजीगत सामान

7 निर्माण

8 घरेलू श्रमिक

9 अर्थमूविंग और इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग

10 इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर

11 खाद्य प्रसंस्करण

12 फर्नीचर और फिटिंग

13 रत्न और आभूषण

14 ग्रीन जॉब्स

15 हस्तशिल्प

16 हेल्थकेयर

17 आयरन और स्टील

18 आईटी और आईटीईएस

1 9 चमड़ा

20 लाइफ साइंस

21 रसद

22 मीडिया और मनोरंजन

23 खनन

24 पेंट्स और कोटिंग्स

25 विकलांग लोगों के साथ

26 नलसाजी

27 पावर इंडस्ट्री

28 खुदरा

2 9 रबड़

30 सुरक्षा सेवाएं

31 खेल

32 दूरसंचार

33 कपड़ा और हैंडलूम

34 पर्यटन और आतिथ्य

साभार: एजेंसी

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.