कश्मीर में सेना ने किया आतंकवादी तलाशी अभियान

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
कश्मीर में सेना ने किया आतंकवादी तलाशी अभियानतलाशी अभियान के दौरान एक भी आतंकवादी नहीं पकड़ा जा सका और आठ घंटे के बाद अभियान समाप्त करना पड़ा।

श्रीनगर (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में हजारों की संख्या में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की तलाश में शुरू किए गए अभियान के तहत 20 गाँवों की घेरेबंदी की, लेकिन आठ घंटे के व्यापक तलाशी अभियान के बाद सुरक्षा बलों को खाली हाथ लौटना पड़ा।

पुलिस ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, लेकिन तलाशी अभियान के दौरान एक भी आतंकवादी नहीं पकड़ा जा सका और आठ घंटे के बाद अभियान समाप्त करना पड़ा।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस अभियान को अभूतपूर्व बताया। यह अभियान तड़के सुबह शुरू हुआ। उल्लेखनीय है कि यह तलाशी अभियान एक बैंक डकैती और हालिया आतंकवादी हमलों के मद्देनजर चलाया गया।

सुरक्षा बलों ने 20 गाँवों की तलाशी ली, जिसमें तुर्कवांगम और सुगन भी शामिल हैं, जहां के बारे में बताया गया है कि हाल के दिनों में यहां आतंकवादी खुलेआम घूमते, वीडियो रिकॉर्ड करते, तस्वीरें खींचते और उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड करते देखे जा चुके हैं। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने हालांकि कहा है कि यह एक ‘नियमित अभियान’ ही था, जिसे कश्मीर घाटी में स्थिति को नियंत्रण कायम रखने के उद्देश्य से चलाया गया था।

दिल्ली में जनरल रावत ने कहा, ''हम हर दिन ऐसा ही करते हैं। इसमें नया कुछ भी नहीं है। आज (गुरुवार) का अभियान हाल ही में बैंकों में हुई डकैती और पुलिसकर्मियों की हत्या को देखते हुए चलाया गया।'' अभियान में सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के करीब 30,000 जवान शामिल थे।

अभियान के दौरान इलाके में ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए भी नजर रखी गई। सड़कों पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए थे और मुख्य प्रवेश मार्गो पर तैनाती के दौरान सुरक्षा बलों ने स्थानीय लोगों को इलाके से बाहर जाने से रोके रखा। इलाके में स्कूल बंद चल रहे हैं, इसलिए पुरुषों, युवकों और वृद्धों को गांव के मध्य में इकट्ठा होने के लिए कहा गया था।

शोपियां से एक 20 वर्षीय विद्यार्थी सैयद अरसलान ने फोन पर बताया, ‘’तड़के ही हमें घरों से बाहर निकलने के लिए कहा गया। हमारे चारों ओर जवान तैनात थे, जैसे युद्ध छिड़ गया हो। हमें कुछ नहीं पता कि यह क्या हो रहा है।’’

कम से कम तीन गाँवों में लोगों ने अभियान का विरोध किया और विरोध स्वरूप हाथों में पत्थर लेकर घर से बाहर निकल आए। लेकिन सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़कर प्रदर्शनकारियों पर काबू पा लिया। किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने राजनीतिक कार्यकर्ताओं व सुरक्षा कर्मियों की हत्या करने वाले व हथियार छीनने और बैंक डकैतियों में शामिल आतंकवादियों की तलाश की।

तलाशी के दौरान किसी भी गिरफ्तारी की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। गुरुवार को चलाया गया तलाशी अभियान बीते साल गर्मियों की अशांति में चलाए गए अभियानों के बाद से सबसे बड़ा अभियान रहा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इससे पहले कहा था, ‘’यह अभियान दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद विरोधी और इलाके में शासन को स्थापित करने के नियमित अभ्यास का हिस्सा है।’’

उन्होंने कहा, ''इस तरह के अभियान तब तक जारी रहेंगे, जब तक कि हम दक्षिण कश्मीर से आतंकियों का सफाया नहीं कर देते।'' पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के एक आतंकवादी उमर मजीद के बारे में सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

मजीद पर सोमवार को कुलगाम में हुई सात लोगों की हत्या का मास्टरमांइड होने का आरोप है। मारे गए लोगों में पांच पुलिसकर्मी और दो बैंक सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। पिछले सप्ताह सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुई, जिसमें आतंकवादी हाथों में बंदूक लिए सेब के बगीचे में मार्च करते देखे गए, जिसके शोपियां का होने की उम्मीद थी।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

      

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.