मध्य प्रदेश के इंदौर व नीमच में मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि, चिकन की दुकान पर मिले H5N8 के स्ट्रेन

मध्य प्रदेश के नीमच और इंदौर में पोल्ट्री में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। जहां से सैंपल लिए गए थे, वहां के एक किमी दायरे में सभी चिकन की दुकानों को सात दिनों के लिए बंद करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

Divendra SinghDivendra Singh   7 Jan 2021 2:30 PM GMT

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bird flu india, bird flu, bird flu outbreak, bird flu affect on poultry, bird flu in poultry birdकई राज्यों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद मध्य प्रदेश में मुर्गियों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है।

कई राज्यों में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों और कौवों की मौत के बाद मध्य प्रदेश के इंदौर और नीमच में चिकन की दुकान पर में भी बर्ड फ्लू स्ट्रेन मिले हैं।

मध्य प्रदेश के इंदौर और मंदसौर जिलों में कौवों की मौत के बाद से सभी जिलों में चिकन की दुकानों और पोल्ट्री फार्मों पर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा था। जहां से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।

पशुपालन विभाग, इंदौर के उपसंचालक डॉ प्रमोद कुमार शर्मा गाँव कनेक्शन को बताते हैं, "कौवों की मौत के बाद प्रदेश भर में चिकन की दुकानों और पोल्ट्री फार्म से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा रहा है, इंदौर में डेली कॉलेज के पास चिकन की दुकान पर से भी सैंपल लिया गया था, वहां चाकू और चिकन काटने के प्लेटफार्म से H5N8 के स्ट्रेन मिले हैं, जबकि किसी भी पोल्ट्री बर्ड में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। अभी और भी सैंपल जांच के लिए भेंजे गए हैं, रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो पाएगी।"

मध्य प्रदेश के इंदौर और मंदसौर में कौवों की मौत के बाद पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। 23 दिसंबर से अब तक लगभग सात जिलों में 400 से अधिक ऐसी पक्षियों की मौत हो चुकी है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से भी यह जानकारी दी है, "इंदौर और नीमच में दो केस में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, मुर्गियों के सैंपल्स दुकानों से लिये गए थे। ज़िलों में चिन्हांकित स्थान से एक किमी दायरे में सभी दुकानें, चिकन मार्केट 7 दिनों के लिए तत्काल बंद कर दिए जाएँ। 10 किमी की परिधि में सर्विलांस किया जाए, इसके निर्देश मैंने दिए हैं।"

पशुपालन विभाग, इंदौर के उपसंचालक डॉ. ओम प्रकाश त्रिपाठी बताते हैं, "अभी मध्य प्रदेश के गुना, आगर, मंदसौर, देवास, इंदौर जैसे जिलों में कौवों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है, इसलिए पूरे प्रदेश में सभी पोल्ट्री फार्म से सैंपल लेकर भोपाल भेजे जा रहे हैं, जिससे हर जगह की जांच हो जाए।"

मध्य प्रदेश के साथ ही केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों में बतखों की मौत बर्ड फ्लू से हो गई है। अलाप्‍पुझा जिले के एपिसेंटरों में कुल 17,326 पक्षियों (9,066 पल्लीपड में, 8,260 करुवट्टेन में) को मारा जा चुका है और कुल मिलाकर 1,570 किलोग्राम चारे को नष्ट किया गया है। कोट्टायम जिले में एपिसेंटर में 4,229 पक्षियों को मार दिया गया है और छह जनवरी को कुल 8 किलोग्राम चारे और 42 अंडों को नष्ट कर दिया गया।

इसके अलावा, राजस्थान में जयपुर के काले हनुमानजी फॉरेस्‍ट नाका से कौवों के कुछ नमूनों में एच5एन8 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण पाए गए हैं। तदनुसार, राज्यों को सलाह जारी की गई है ताकि पोल्ट्री तक इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। आज हरियाणा में 7,111 घरेलू पक्षियों, मध्य प्रदेश में 150 जंगली पक्षियों, गुजरात में 10 कौवों और हिमाचल प्रदेश में 336 प्रवासी पक्षियों में असामान्य मृत्‍यु पाई गई।

हरियाणा से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले 25 दिनों में बरवाला, पंचकूला में कुल 4,30,267 पक्षियों की मौत हुई है। जांच के लिए इनके नमूनों को निर्धारित प्रयोगशाला में भेजा गया है जिनके परिणाम आना अभी बाकी है। राज्‍य ने इस बीमारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए 59 आरआरटी का गठन किया है।

राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल में अब तक केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश में मरे पक्षियों के सैंपल की जांच की गई है, इन सभी पक्षियों के मौत का कारण बर्ड फ्लू ही आया है।

बर्ड फ्लू से एक बार फिर पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों की परेशानियां बढ़ गईं हैं, इससे पहले कोरोना वायरस की अफवाहों के चलते मुर्गी पालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। अगर ऐसे ही बर्ड फ्लू फैलता रहा तो मुर्गी पालकों को काफी नुकसान हो जाएगा।

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस से उबर रहे पोल्ट्री व्यवसाय को बर्ड फ्लू का झटका, एक बार फिर उठाना पड़ सकता है नुकसान

   

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