क्या CJI के खिलाफ रची जा रही थी साजिश? SC ने CBI डायरेक्टर को चेंबर में बुलाया
गाँव कनेक्शन 24 April 2019 7:58 AM GMT
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन शोषण के आरोप मामले में वकील उत्सव बैंस ने दावा किया है कि सीजेआई को फंसाने के लिए साजिश रची गई थी। उत्सव बैंस ने कोर्ट में सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज सौंपते हुए इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। कोर्ट ने बेंस द्वारा सौंपे गए सबूतों को देखने के बाद सीबीआई डायरेक्टर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ को कोर्ट में तलब किया है।
वकील उत्सव ने कहा, ''मेरे पास सीसीटीवी फुटेज है, जोकि असल सबूत है। यह सबूत मैं कोर्ट को सौंप रहा हूं। इस मामले का मास्टरमाइंड बहुत ताकतवर है।'' इसके बाद जस्टिस अरुण मिश्रा ने सबूत को देखा और फिर अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल से कहा, 'क्या आप सीबीआई के डायरेक्टर को हमारे चेंबर में बुलाएंगे?'
'Can you call to our chamber the Director of CBI?' Justice Arun Mishra to Attorney General KK Venugopal. https://t.co/uuiTwSGC7R
— ANI (@ANI) April 24, 2019
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, 'वकील उत्सव बैंस द्वारा दायर हलफनामे जिसमें सीजेआई के खिलाफ साजिश रचने की बात कही गई है, इसे लेकर कोर्ट चिंतित है और सीबीआई डायरेक्टर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ से 12.30 बजे अपने चेंबर में मिलना चाहती है।' अब इस मामले पर तीन बजे फिर सुनवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो सभी से मिलकर यह तय करेंगे कि इस मामले की जांच को कैसे आगे बढ़ाया जाए।
SC says it was concerned about contents of affidavit filed by advocate Utsav Bains, who alleged conspiracy against CJI, and wants to meet Director of CBI, Police Commissioner of Delhi, and Director of IB today in chamber at 12.30.
— ANI (@ANI) April 24, 2019
Special Bench to assemble at 3 pm again today.
बता दें, वकील उत्सव बैंस ने दावा किया है कि सीजेआई रंजन गोगोई को बदनाम करने की साजिश रची गई। यह साजिश इस लिए रची गई है ताकि वो इस्तीफा दे दें। बैंस का दावा है कि इसके लिए उनसे भी संपर्क किया गया था। इस काम के लिए उन्हें 1.5 करोड़ रुपये तक देने का ऑफर दिया गया था।
क्या है मामला?
सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने CJI रंजन गोगोई के पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस महिला कर्मचारी ने सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को आरोप लगाने वाले इस पत्र को भेजा था। चीफ जस्टिस गोगोई ने अपने ऊपर लगे इस आरोप को बेबुनियाद बताया था और इसके पीछे किसी बड़ी ताकत के होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, यह सीजेआई के कार्यालय को निष्क्रिय करने के लिए किया गया। फिलहाल इस मामले की सुनवाई के लिए एक स्पेशल बेंच का गठन किया गया है।
(एएनआई के इनपुट से)
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