कर्जमाफी से प्रभावित होगी देश की अर्थव्यवस्था, 2019 तक जीडीपी पर बोझ हो जाएगा 2 फीसद
गाँव कनेक्शन 18 April 2017 11:17 AM GMT
नई दिल्ली। अमेरिकी ब्रोकरेज का मानना है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद योगी सरकार द्वारा माफ किये गये किसानों के कर्ज से देश की अर्थ व्यवस्था पर भारी असर पड़ सकता है। फर्म का कहना है कि ऐसे कदमों से साल 2019 के लोकसभा चुनावों तक इकोनॉमी पर यह बोझ जीडीपी का 2 फीसद हो जाएगा।
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उत्तर प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ किये जाने के बाद अब अन्य राज्यों में भी किसानों के कर्ज माफी की वकालत जोर-शोर से होने लगी है। बैंक ऑफ अमेरिका के मेरिल लिंच के अनुसार, साल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले किसानों की कर्ज माफी राजकोषीय और ब्याज दर पर जोखिम खड़ा करने वाली है। इससे कर्ज फर्म का अनुमान है कि यह माफी जीडीपी का करीब 2 फीसद होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से 36,359 करोड़ रुपए का लोन माफ किया गया है जो राज्य की जीडीपी का 0.4 फीसद है। ऐसे में यूपी की देखादेखी अन्य राज्यों की सरकारें या विपक्षी पार्टियां ऐसा कदम उठा सकती हैं।
हालांकि कर्जमाफी से पहले ही केंद्र की तरफ से यह साफ कर दिया गया था कि राज्य सरकारें अपनी वित्तीय हालत को मद्देनजर रखते हुए ही ऐसे फैसले लें, क्योंकि केंद्र की ओर से राज्यों को कोई मदद नहीं दी जाएगी। आपको बता दें कि भारत के अधिकतर राज्य 3.5 फीसद से ज्यादा का राजकोषीय घाटा पहले से ही झेल रहे हैं।
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