इस जुगाड़ से बैन के बावजूद धड़ल्ले से कश्मीर में इंटरनेट का उपयोग कर रहे आतंकी
गाँव कनेक्शन 1 May 2017 4:53 AM GMT
जम्मू-कश्मीर। कश्मीर घाटी में हिंसा और आतंकियों के मंसूबों को रोकने के लिए सरकार ने 22 सोशल नेटवर्किंग साइटों पर बैन लगा दिया, इसके बावजूद आतंकी धड़ल्ले से इंटरनेट का उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में कर रहे हैं। दो दिन पहले आतंकियों के नए वीडियो के सामने आने से सुरक्षा एजेंसियां सख्ते में आ गई हैं।
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आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में कई इंटरनेट उपभोक्ता और आतंकी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की मदद से बैन सोशल नेटवर्किंग साइटों के एप्लीकेशन और वेबसाइटें दोनों को खोल रहे हैं। वहीं एक प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्होंने सरकार के समक्ष यह स्पष्ट कर दिया है कि वे सभी साइटों को पूर्णतया बैन नहीं कर सकते हैं। प्राक्सी सर्वर की मदद से बैन साइटें आराम से खुल रही हैं।
मामले की जानकारी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी एसजेएम गिलानी ने कहा है कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिल है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्राक्सी से इन साइटों के इस्तेमाल को रोकने के लिए कड़े कदम जल्द उठाए जाएंगे। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में करीब 300 वाट्सएप ग्रुप और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइटों द्वारा पत्थरबजों को हिंसा के लिए इकट्ठा किया जाता था, जिसके बाद ही सरकार ने 22 सोशल नेटवर्किंग साइटों का बैन कर दिया।
आतंकियों के ट्रेनिंग का नया वीडियो वायरल
दो दिन पहले इंटरनेट बैन होने के बावजूद आतंकियों ने एक वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड किया। इस वीडियो में आतंकी सरगना आतंकियों को देश के खिलाफ भड़का रहा है जबकि 11 आतंकी जमीन पर और 3 आतंकी पीछे तैनात दिख रहे हैं। वीडियो में आतंकी सरगना दुश्मन को एक गोली में ढेर करने की ट्रेनिंग दे रहा है। आईजी ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच कर रही है कि वीडियो असली है या फिर किसी ने इसमें छेड़छाड़ की है। इसके साथ ही वीडियो में दिख रहे आतंकियों की भी पहचान की जा रही है।
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