धीरुभाई अंबानी को जनता के लिए संपत्ति बनाने में अधिक खुशी मिलती थी : अनिल 

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धीरुभाई अंबानी को जनता के लिए संपत्ति बनाने में अधिक खुशी  मिलती थी : अनिल धीरुभाई अंबानी। फोटो : साभार इंटरनेट

मुम्बई (भाषा)। जाने माने उद्योगपति अनिल अंबानी ने आज कहा कि उनके पिता और रिलायंस समूह के संस्थापक धीरुभाई अंबानी को अपने से कहीं ज्यादा अपने समूह के लोगों के लिए संपत्ति बनाने में खुशी मिलती थी। अनिल समूह के अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ''यदि आप पूछते हैं कि उद्यमी होने के किस हिस्से का उन्होंने (दिवंगत अंबानी ने) सबसे ज्यादा आनंद उठाया तो वह कहते, मुझे संपत्ति बनाने में आनंद आता है। लेकिन मैं जिस बात के लिए अधिक आनंद उठाता हूं वह देश के लोगों के लिए सपंत्ति बनाना है।''

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उल्लेखनीय है कि एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक के बेटे के तौर पर अपनी सामान्य शुरुआत करने वाले दिवंगत अंबानी को भारत में पूंजी बाजार में निवेश की संस्कृति का जनक माना जाता है, जिन्होंने 1977 में रिलायंस टेक्सटाईल्स इंडस्टरीज के आईपीओ के माध्यम से लोगों लोगों को लखपति बनाया। तब आईपीओ में महज 1000 रुपये लगाने वाला व्यक्ति आज आरआईएल के मूल्य के अनुसार दसियों लाख रुपए के मालिक हैं। अनिल ने कहा कि कोठारी पायनियर म्यूचुअल फंड उनके पिता की इसी सोच का परिणाम था। 1993 में शुरु किया गया यह देश का पहला प्राइवेट म्यूचुअल फंड था।

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