पर्यावरण संरक्षण को लेकर '10k वारियर्स' की पहल, साल में लगेंगे 10 हजार पौधे
गाँव कनेक्शन 26 Jun 2019 8:58 AM GMT
लखनऊ। कर्नाटक के कलबुर्गी (गुलबर्गा) में '10k वारियर्स' की पौधारोपण टीम इस बार भी अपने अभियान में जुटी हुई है। इनका उद्देश्य बढ़ते तापमान,पानी की कमी तथा सूखे से कलबुर्गी को बचाना है। इस अभियान में अभी तक डॉक्टर, इंजीनियर, सरकारी कर्मचारी तथा कॉलेज स्टूडेंट्स साथ हैं। '10k वारियर्स' एक टीम है जो पर्यावरण संरक्षण का काम कर रहे हैं।
पर्यावरण संरक्षण को '10k वारियर्स' द्वारा एक पहल चलाई गई थी, जिसमें बढ़ते हुए पारा को देखते हुए और पर्यावरण संरक्षण के लिए 10 हजार पेड़ प्रति वर्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया था ये टीम हर साल सक्रिय रूप से पौधरोपण का काम करती है। "10k वारियर्स" ने इस मिशन की शुरुआत 2017 में किया था।
Kalaburagi: A group of youngsters including doctors, engineers, students, Govt employees & others are planting saplings across the district. They have started a mission named "10k warriors" to make the district greener & are inviting volunteers to participate. #Karnataka pic.twitter.com/FyjYreaVZa
— ANI (@ANI) June 24, 2019
इसी ग्रुप के मेंबर डॉक्टर नागनाथ यादगीर बतातें हैं कि जब हम छोटे थे तो गर्मियों में कलबुर्गी का तापमान लगभग 34 से 35 डिग्री सेल्सियस हुआ करता था। अब यह लगभग 47 डिग्री तक पहुंच जाता है। बढ़ते तापमान को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण को अपना मिशन बनाया। 2017 में पौधरोपण मिशन की शुरुआत हुई तब हमने 1000 पेड़ लगाए फिर 2018 में लगभग 1400 पेड़ लगाए।
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अभी ये और वॉलेंटियर्स को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगे हैं तथा अपने ग्रुप तथा काम के बारे में लोगों को बताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। अभी तक इस ग्रुप ने लगभग 2400 पौधे लगाए हैं।
अविनाश बंगलुरु में रहते हैं और पौधरोपण टीम में बतौर सहभागी हैं। वे बताते हैं कि मुझे इस पहल के बारे में फेसबुक के द्वारा पता चला था। इसमें 10k वॉरियर्स वॉलेंटियर्स को साथ आने का निवेदन कर रही थी। मुझे इनकी पहल अच्छी लगी तो इनसे जुड़ गया।
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सीएनएन और आईबीएन के सर्वे के अनुसार 2015 में कलबुर्गी के लगभग 780 गाँव सूखे की समस्या से जूझ रहे थे। करीब 70 प्रतिशत फसल बर्बाद हुई थी सर्वे के मुताबिक ये हाल लगभग 40 साल बाद फिर हुआ था।
वॉरियर्स की टीम बताती है कि पानी की कमी तथा बारिश का न होना यह एक बढ़ी समस्या है। इस समस्या के लिए पेड़ लगाना सबसे अच्छा उपाय है। एक अच्छा और लॉन्ग टर्म सलूशन है। इस ग्रुप के पहल के कारण इस में पानी का स्तर तथा बारिश की स्थिति पहले से बेहतर है। इन दो सालों में तापमान भी कुछ स्तर तक सामान्य हुआ है।
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