देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की 10 खास बातें

नरेंद्र मोदी का यह संबोधन इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यह उनके वर्तमान कार्यकाल का आखिरी भाषण था। देश में अगले साल आम चुनाव होने हैं।

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देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की 10 खास बातें

देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को लाल किले से संबोधित किया। नरेंद्र मोदी का आज का संबोधन इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यह उनके वर्तमान कार्यकाल का आखिरी भाषण था। देश में अगले साल आम चुनाव होने हैं। अपने भाषण में मोदी ने अपनी सरकार की चार साल की उपलब्धियों की चर्चा के साथ ही कुछ नई योजनाओं का ऐलान भी किया। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री के भाषण की ये हैं 10 खास बातें:


1. देश के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा, 'देश के वैज्ञानिकों ने 100 से अधिक सैटलाइट छोड़े हैं। अब लक्ष्य है मानव सहित अंतरिक्ष में जाना, इसके लिए वर्ष 2022 तक या उससे पहले यानी आजादी के 75वें वर्ष में भारत का कोई नागरिक अंतरिक्ष पहुंचेगा। उसके हाथ में तिरंगा होगा। इसके साथ ही भारत मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला चौथा देश बन जाएगा।'

2. महत्वाकांक्षी आरोग्य योजना का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, '10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा मिलेगी। 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल की जयंती पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरू हो जाएगा। इससे गरीबों को अच्छा और सस्ता इलाज मिलेगा और बड़ी संख्या में अस्पताल बनेंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा। इस योजना से करीब 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।'

3. मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'जम्मू-कश्मीर के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत। मैंने भी कहा है, जम्मू-कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक इकाइयों को और मजबूत करने के लिए लंबे समय से टल रहे पंचायत और निकाय चुनाव भी जल्द कराए जाने की तैयारी चल रही है।

4. स्वरोजगार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री बोले,, '13 करोड़ नौजवानों ने मुद्रा लोन लिया और आज अपने स्वरोजगार को आगे बढ़ रहे हैं। डिजिटल इंडिया का विस्तार गांवों तक हो रहा है। देशभर के गांवों में 3 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर चल रहे हैं।'

5. किसानों की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा, 'हमने वर्ष 2022 तक हम किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। कई नई फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। सरकार का पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र में बदलाव और आधुनिकता लाने का है। बीज से बाजार तक योजना ने सराहनीय कार्य किया है।'


6. पूर्वोत्तर भारत का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट को लगता था कि दिल्ली बहुत दूर है, आज हमने दिल्ली को नॉर्थ ईस्ट के दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया है । नॉर्थ-ईस्ट आजकल उन खबरों को लेकर आ रहा है जो देश को प्रेरणा दे रही हैं।'

7. तीन तलाक पर कांग्रेस और विपक्षी दलों पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, ' तीन तलाक की कुप्रथा के कारण मुस्लिम महिलाओं को अन्याय का सामना करना पड़ा है। सरकार इसे खत्म करने का प्रयास कर रही है लेकिन तीन तलाक बिल को कुछ लोग पारित नहीं होने दे रहे हैं। मैं मुस्लिम महिलाओं और बेटियों को विश्वास दिलाता हूं कि उन्हें न्याय दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगा।'

8. देश के अनुसूचित जाति/जनजाति और पिछड़े समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'बाबा साहब ने जो संविधान बनाया है, वह सभी को न्याय देता है। हमने सभी के लिए सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है। हाल ही में संपन्न संसद का मानसून सत्र सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध था। संसद के इस सत्र में ओबीसी आयोग को बनाने वाला बिल पास हुआ।'

9. देश में बढती रेप की घटनाओं पर मोदी बोले, 'बलात्कार की शिकार बेटी को जितनी पीड़ा होती है, उससे लाखों गुना हमें होती है। इस राक्षसी मनोवृति से देश को मुक्त कराना होगा। पिछले दिनों में मध्य प्रदेश के कटनी में बलात्कारियों को पांच दिन में सजा सुना दी गई है। राजस्थान में ऐसा ही हुआ है और राक्षसी वृत्ति की मानसिकता वाले लोगों को फांसी की सजा हुई है। हमें इसे प्रचारित करना होगा और इस विकृति पर हमला करना होगा।' मॉब लिंचिंग पर मोदी ने कहा, 'कानून का शासन होना चाहिए। कानून का शासन सर्वोच्च है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।'

10. सेना में महिलाओं को स्थायी कमीशन का ऐलान करते हुए मोदी ने कहा, 'अब भारतीय सशस्त्र सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के माध्यम से नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह ही परीक्षा देकर परमानेंट कमीशन मिल सकेगा। महिलाएं स्कूल से लेकर सेना तक कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट में पहली बार तीन महिला न्यायाधीश हैं।'


        

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