विश्व पशु चिकित्सा दिवस: पशु चिकित्सकों ने सीखा कैसे कर सकते हैं बेहतर इलाज

गुजरात के अहमदाबाद में पशु चिकित्सकों के लिए एक खास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहाँ पर उन्हें जियो लोकेशन तकनीक, कुत्तों को संभालने के लिए कम तनाव वाली विधियों, सर्वेक्षण पद्धतियों, क्लिनिक प्रोटोकॉल जैसे प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।

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विश्व पशु चिकित्सा दिवस: पशु चिकित्सकों ने सीखा कैसे कर सकते हैं बेहतर इलाज

वेटरनरी सर्जन डॉ रईस पठान पिछले एक साल से सर्जन के तौर पर काम कर रहे हैं, लेकिन पहले उन्हें कई बातें पता ही नहीं थीं। पिछले 15 दिनों में उन्हें बहुत सारी जानकारियाँ मिल गई हैं।

डॉ रईस कहते हैं, "अब हमें पता है कि कैसे एनिमल वेलफेयर का ध्यान रखते हुए डॉग्स की सर्जरी कर सकते हैं।"

विश्व पशु चिकित्सा दिवस के मौके पर, ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल (इंडिया) ने डॉ रईस की तरह ही पशु चिकित्सकों, पशुकल्याण संगठनों के लिए गुजरात के अहमदाबाद में 15 दिनों का ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया। जहाँ पर स्ट्रीट डॉग्स में सुधार के लिए ज़रूरी जानकारी देने के लिए एक अभिनव स्ट्रीट डॉग स्पै और न्यूटर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है।

इस पहल का मकसद सड़क के कुत्तों की देखभाल और प्रबंधन में आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना है, ताकि स्पै और न्यूटर के नियमों और तकनीकी में सुधार किया जा सके। साथ ही उन्हें भारतीय पशु कल्याण बोर्ड, 2023 के पशु जन्म नियंत्रण नियमों के साथ जोड़ा जा सके।


हर साल 27 अप्रैल को विश्व पशु चिकित्सा दिवस यानी वर्ल्ड वेटरनरी डे मनाया जाता है। यह दिन पशु चिकित्सकों और पशु चिकित्सा पेशे के योगदान को सम्मानित करने और पशु स्वास्थ्य और कल्याण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।

ट्रेनिंग लेने वालों में से एक डॉ धन्वी पटेल भी हैं। वो कहती हैं, "बहुत सारे डॉग्स का पॉपुलेशन बढ़ रहा है, जिसकी वजह से उन डॉग्स के साथ ही आम लोगों को भी परेशानी हो रही है; लेकिन आज हमें यहाँ पर ऐसी बहुत सी जानकारी मिली, जिससे हम इन्हें कंट्रोल कर सकते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "यहाँ पर एनिमल बर्थ कंट्रोल की ट्रेनिंग मिली है, जो हमें आगे काम आएगी।"

ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल (इंडिया) ने अहमदाबाद में जीवदया चैरिटेबल ट्रस्ट में विश्व पशु चिकित्सा दिवस से पहले लगभग 30 पशु चिकित्सकों, पैरावेट और पशु देखभाल अधिकारियों को प्रशिक्षित करके कार्यक्रम शुरू किया। इसके बहुआयामी पाठ्यक्रम में कई विषयों को शामिल किया गया है, जिसमें स्ट्रीट डॉग सर्वेक्षण पद्धतियां, कुत्तों को संभालने के लिए कम तनाव वाली विधियों, पकड़ने की तकनीक, जीपीएस टैगिंग प्रक्रियाएँ, केनेल प्रबंधन प्रोटोकॉल, क्लिनिक प्रोटोकॉल और स्पे और न्यूटर सर्जिकल प्रशिक्षण का प्रायोगिक प्रशिक्षण शामिल है।


ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल (इंडिया) ने अभी इस पहल की शुरुआत गुजरात से की है।

भारत में पशु चिकित्सा प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम के वरिष्ठ प्रबंधक डॉ संजय अहीर ने कहा, "पशु चिकित्सक पशु कल्याण के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और हमें विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए खुशी हो रही है।"

"यह पहल मूल रूप से पशु चिकित्सकों और संगठनों को स्ट्रीट डॉग कल्याण के लिए चैंपियन बनाने और आखिर में स्ट्रीट डॉग और लोगों के बीच संघर्ष को कम करने के लिए सशक्त बनाने के लिए है, हम अगली पीढ़ी के पशु चिकित्सकों और व्यक्तियों का एक ऐसा पुल बनाने की उम्मीद करते हैं जो पशु संरक्षण के आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। ” उन्होंने आगे कहा।

क्यों मनाया जाता है पशु चिकित्सक दिवस

विश्व पशु चिकित्सा दिवस की शुरुआत 1863 में हुई थी। उस दौरान एडिनबर्ग के वेटरनरी कॉलेज के प्रोफेसर जॉन गैम्गी ने ‘इंटरनेशनल वेटरनरी कांग्रेस’ नाम से एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने यूरोप के पशु चिकित्सकों को आमंत्रित किया। साल 1959 तक पशु स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए विश्व वेटरनरी ऑर्गेनाइजेशन (WVA) का गठन किया गया। साल 2000 में पहली बार वर्ल्ड वेटरनरी एसोसिएशन द्वारा विश्व पशु चिकित्सा दिवस यानी वर्ल्ड वेटरनरी डे मनाया गया था। उस दिन से हर साल यह दिवस अप्रैल महीने के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है।

#Veterinary Doctor world veterinary day 

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