गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार शामिल हुई कृषि अनुसंधान परिषद की झांकी

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गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार शामिल हुई कृषि अनुसंधान परिषद की झांकीसाभार इंटरनेट

कृषि क्षेत्र में शोध करने वाले भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) की झांकी आज पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुई। इस झांकी की थीम थी एकीकृत खेती जिसका लक्ष्य है किसानों की आय को दोगुना करना है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इसमें मिश्रित खेती और खुशियों की खेती को दिखाया है। इस बार 26 जनवरी की परेड में कुल 23 झांकियां निकलेंगी।

मन की बात बनी झांकी का हिस्सा

69 वें गणतंत्र दिवस की परेड में कई बातें ऐसी थीं जो पहली बार हुईं। पहली बार एक मुख्य अतिथि के स्थान पर आसियान देशों के 10 नेता मुख्य अतिथि रहे। इसके अलावा पहली बार प्रधानमंत्री मोदी का मशहूर कार्यक्रम “मन की बात” ऑल इंडिया रेडियो की झांकी का हिस्सा बना। झांकी में आजादी के बाद देश में भड़के दंगों के समय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रेडियो पर प्रसारित संदेश के अलावा ‘मन की बात’ में मोदी के संदेश राजपथ पर सुनाई दिए। अब तक मन की बात के 39 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं। मन की बात का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था इस कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के नागरिकों को संबोधित करते हैं। इसका प्रसारण 18 भाषाओं और 33 स्थानीय बोलियों में किया जाता है।

ऑल इंडिया रेडियो की झांकी

पहली बार दिखी आयकर विभाग की झांकी

नोटबंदी के बाद कालेधन के खिलाफ छेड़े गए अभियान को दर्शाने के लिए इस परेड में आयकर विभाग की झांकी शामिल की गई। गणतंत्र दिवस परेड में आयकर विभाग की यह पहली झांकी है। कालेधन के खिलाफ लड़ाई सरकार की बड़ी योजना है। झांकी में स्वच्छ धन महत्व रेखांकित करते हुए बताया गया कि देश को मजबूत बनाने के लिए इसका किस तरह इस्तेमाल हो सकता है।

पहली बार शामिल हुईं बीएसएफ की महिला बाइकर्स

गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार सीमा सुरक्षा बल या बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स की महिलाएं स्टंट करती नजर आईं। बीएसएफ की इस महिला टुकड़ी ने मोटर साइकिलों पर जाबांजी के कारनामे दिखाए। विभिन्न जगहों और विंगों में तैनात 25 से 30 साल तक की आयु की महिलाओं को परेड में करतब दिखाने के लिए तैयार किया गया था। महिलाओं ने 3500 सीसी रॉयल एनफील्ड बाइकों पर अपने हुनर को पेश किया। सैन्य बलों में कार्यरत महिलाओं ने परेड में पहली बार 2015 में शिरकत की थी।

बीएसएफ की महिला बाइकर्स

ये भी पढ़ें- आसियान के 10 देशों के नेताओं ने गणतंत्र दिवस में लिया हिस्सा

गणतंत्र दिवस की परेड में देश की ताकत के साथ साथ विविध कला और संस्कृति का अनूठा संगम भी देखने को मिला। परेड की शुरूआत सभी 10 आसियान देशों के झंडों के साथ हुई। ये झंडे भारतीय सैनिकों के हाथ में थे। परेड में विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की झांकियों में दो झांकी विदेश मंत्रालय की थी, जिसमें एशियान देशों का भारत से शिक्षा और व्यापार और धर्म और संस्कृति को दर्शाया गया।

परेड में आकाश मिसाइल प्रणाली, अश्वनी रडार, स्वदेशी निर्भय मिसाइल, टी-90 भीष्म टैंक, स्वदेशी रडार स्वाथी शामिल थी पहली बार फ्लाईपास्ट में वायुसेना के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, रूद ने भी परेड में हिस्सा लिया। इस साल फ्लाई पास्ट में कुल 38 विमानों ने हिस्सा लिया। इनमें 21 लड़ाकू विमान हैं, 12 हेलीकॉप्टर्स हैं और 04 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट थे साथ ही एक एवॉक्स टोही विमान था।

  

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