Kisan Andolan: सिंघु बॉर्डर पर किसानों और स्थानीय लोगों के बीच पत्थरबाजी, पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे

सिंघु बॉर्डर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन का मुख्य केंद्र रहा है। शुरू से ही यहां किसानों की संख्या सबसे ज्यादा रही है। शुक्रवार को यहां स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और पत्थरबाजी की।

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farmers protests, सिंघु बॉर्डर,किसान आंदोलन,सिंघु बॉर्डर पर पत्थरबाजीसिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात है। (फोटो- सोशल मीडिया)

दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार दोपहर हंगामा हो गया। धरने पर बैठे किसानों को हटाने की मांग कर रहे लोगों ने किसानों के खिलाफ नारेबाजी की। देखते-देखते ही पथराव होने लगा। इसमें अलीपुर थाने के एसएचओ घायल हो गये हैं। मामले को संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे।

शुक्रवार दोपहर जब बवाल हुआ था जब मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात था। लेकिन बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गये और किसानों के टेंट उखाड़ने लगे। दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार अभी भी मौके पर सैंकड़ों की संख्या में लोग मौजूद हैं और प्रदर्शनारियों से जगह खाली करने की मांग कर रहे हैं।

लोगों द्वारा प्रदर्शनस्थल पर हंगामा करने के बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। पुलिस ने आंदोलन करने वाली जगह पर हर ओर से घेराबंदी कर दी है। रिजर्व बटालियन के साथ मौके पर आला अधिकारियों ने कमान संभाल ली। वहीं, जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ खुद स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर भी मौके पर पहुंच गए।

करीब 15 अतिरिक्त कंपनी अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है। वहीं, दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर व आसपास के इलाके में इंटरनेट सेवा काम नहीं कर रही है। ऐसे में आसपास के लोग यह आशंका जता रहे हैं कि इलाके में जैमर लगा दिया गया है। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि इंटरनेट जरूर बंद हुआ था, लेकिन इसे खोल दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी लगभग करीब तीन किलोमीटर के दायरे के इलाके में इंटरनेट सेवा नहीं चल रही है।

शुक्रवार की सुबह से ही सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गये थे और वहां धरने पर बैठे किसानों को हटाने की मांग कर रहे थे। हाईवे खाली करने की मांग कर रहे थे।

इससे एक दिन पहले यानी गुरुवार को भी कई लोगों ने हाईवे खाली कराने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे।

उधर गाजीपुर बॉर्डर पर कल शाम से ही गहमाहमी चल रही है। रात को बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस बल पहुंचा था। एक बार लग रहा था कि शायद वहां किसानों का आंदोलन खत्म हो जायेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं वाला वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद सुबह तक उत्तर प्रदेश और हरियाणा से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने लगे।

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