खेती के दम पर लखपति है गुजरात की ये महिला किसान, पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ

Ankit Kumar SinghAnkit Kumar Singh   15 Oct 2019 6:04 AM GMT

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मेहसाणा (गुजरात)। पति की मौत के बाद सरोजा पटेल के सामने मुश्किल थी कि अब आगे क्या करें, ऐसे में उन्होंने खेती की तरफ रुख किया और अब ग्रीन हाउस में सब्जियों की खेती से मुनाफा कमा रही हैं। आज उन्हें महिला किसान के रूप में नई पहचान मिल रही है। वो प्रधानमंत्री मोदी से भी मिल चुकी हैं और जल्द ही इजरायल खेती की जानकारी लेने जाने वाली हैं।

अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दूर उत्तर गुजरात का प्रवेश जिला मेहसाणा के मोटीदाऊ गाँव की रहने वाली सरोजा पटेल खेती करती हैं। दरअसल, 2006 में इनके पति भावेश पटेल की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसके बाद घर की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी इनके कंधे पर आ गई। इन्होंने उस मुसीबत के समय हार न मानकर खेती करने के बारे में सोचा, इसमें उनकी सास ने भी पूरी मदद की।


सरोज बताती हैं, "अगर हम खेती को बिजनेस के रूप में करें तो हम खेती से अच्छी कमाई कर सकते हैं। मैं पहली बार खेती कर रही थी तो लोग कहते थे कि इसमें कुछ फायदा नहीं है मगर मैंने पहले साल में ही 15 लाख की खीरा और ककड़ी बेची थी। इन पैसों से बैंक का लोन चुकता की थी।"

वो आगे बताती हैं, "ग्रीन हाउस में अंगूर और स्ट्रॉबेरी की टेस्टिंग भी करती हैं, जो कभी सरकारी नौकरी के पीछे दौड़ रही थी। आज वे उस नौकरी से बेहतर किसानी को मान रही हैं। आज इस खेती के बदौलत इन्हें राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सम्मानित किया जा चुका है।


महिला किसान दिवस पर इन्‍हें पुरस्कार भी मिल चुका है। वहीं राज्यपाल व मुख्यमंत्री द्वारा भी सम्मनित हो चुकी हैं। वो बताती हैं, "एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों से बात कर रहे थे, उस समय इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आये हुए थे। उस समय पीएम मोदी ने मुझसे पूछा कि हम इजराइल की तरह खेती क्यों नहीं कर सकते, तब मैंने कहा था कि अगर मुझे अच्छी सुविधा मिले तो हम उनसे अच्छा कर सकते है। जिसके बाद मुझे इजराइल जाने का निमंत्रण मिला है।" सरोजा पटेल के एक बेटा और एक बेटी है। वही उनकी सास कहती है कि मेरे लिए मेरी बहू बेटे से भी बढ़कर है। आज उसने मेरा नाम रौशन कर दिया।

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