पतंजलि का वर्ष 2017-18 में 20,000 करोड़ रुपए के कारोबार का लक्ष्य  

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   4 May 2017 8:05 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
पतंजलि का वर्ष  2017-18 में 20,000 करोड़ रुपए के कारोबार का लक्ष्य  बाबा रामदेव।

नई दिल्ली (भाषा)। बाबा रामदेव की अगुवाई वाली रोजमर्रा के इस्तेमाल के उत्पाद का कारोबार करने वाली पतंजलि ने चालू वित्त वर्ष में अपनी बिक्री दो गुना कर 20,000 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा है। पतंजलि देशभर में वितरण नेटवर्क में वितरकों की संख्या दोगुना कर 12000 करने की भी योजना बनाई है।

इसके अलावा कंपनी बाजार में अपनी उपस्थिति और मजबूत करना तथा ज्यादातर उत्पाद श्रेणियों में अगुवाई करना चाह रही है। हरिद्वार की इस कंपनी ने 31 मार्च, 2017 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में 10,561 करोड़ रुपए का कारोबार किया।

योगगुरु रामदेव ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इस साल और दोगुनी रफ्तार से बढ़ेंगे, अगले साल पतंजलि ज्यादातर उत्पाद श्रेणियों में अग्रणी रहेगी। यह नंबर एक होगी। ''

कंपनी नोएडा, नागपुर और इंदौर समेत कई स्थानों पर बड़ी उत्पादन इकाइयां लगा रही है, जिससे उसकी उत्पादन क्षमता वर्तमान वर्तमान 35,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 60,000 करोड़ रुपए की हो जाएगी।

हमारी नोएडा इकाई की उत्पादन क्षमता 20,000 करोड़ रुपए की, नागपुर की 15,000-20000 करोड़ रुपए की तथा इंदौर की 5000 करोड़ रुपए की होगी।
रामदेव योगगुरु

कंपनी देशभर में अधिकाधिक ग्राहकों तक पहुंचने के लिए अपना वितरण नेटवर्क भी मजबूत बना रहा है। रामदेव ने कहा, ‘‘हम अपने वितरक नेटवर्क को 6000 से बढ़ा कर 12000 करेंगे। ''

इस वित्त वर्ष में कंपनी मसालों, दालों, वनस्पति तेलों, बिस्कुटों, कंफेक्शनरी और जूसों जैसी श्रेणियों में अपना ध्यान बढाना चाह रही है तथा इन श्रेणियों में और उत्पादों को शामिल करना चाह रही है। वित्त वर्ष 2016-17 में पतंजलि आयुर्वेद ने अपने कारोबार में 9634 करोड़ रुपए का योगदान दिया था जबकि दिव्य फार्मेसी ने 870 रुपए की बिक्री की थी।

इस वित्त वर्ष में पतंजलि घी ने 1467 करोड़ रुपए का कारोबार किया जबकि दंतकांति टूथपेस्ट ने 940 रुपए का कारोबार किया। केशकांति की 825 करोड़ रुपए की बिक्री रही जबकि हर्बल साबुन का कारोबार 574 करोड़ रुपए का रहा।

देश से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

उन्होंने कहा, ‘‘दंतकांति का अब इस श्रेणी में बाजार में 14 फीसदी हिस्सेदारी है। शहद ने 350 करोड़ रुपए का कारोबार किया और वह इस साल बढ़कर 500-600 करोड़ रुपए तक बढ़ेगी। हमारी कच्ची घानी सरसों तेल ने करीब 522 करोड़ रुपए का कारोबार किया और वह बढ़कर 1000 करोड़ रुपए तक पहुंचेगी।''

कंपनी के अनुसार अब उसका बाजार में शैंपू में 15 फीसदी, फेसवाश में 14 फीसदी, डिशवाशर में 35 फीसदी और शहद में 50 फीसदी शेयर है।

कंपनी देशभर में पांच विनिर्माण सुविधाओं के निर्माण के लिए 5000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी

पतजंलि के मुख्य कार्यकारी आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि कंपनी देशभर में पांच विनिर्माण सुविधाओं के निर्माण के लिए 5000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। जब रामदेव से पूछा गया कि क्या कंपनी इस साल किसी नए उत्पाद की श्रेणी में उतरने जा रही है तो रामदेव ने कहा, ‘‘इस साल हम अपनी वर्तमान श्रेणियों को बढ़ाने पर ध्यान देंगे।''

रामदेव ने यह आलोचना भी खारिज कर दी दी कि कंपनी विनिर्माण का आउटसोर्स करती है, उन्होंने कहा, ‘‘हमारे 99 फीसदी उत्पाद अपने यहां बने हुए हैं। लोग पतंजलि के बारे में अफवाह फैलाते हैं, हमारी करीब 35,000 करोड़ रुपए की उत्पादन क्षमता है। ''


             

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.