बारिश ने रोका रेस्क्यू अभियान, डूबे छात्रों का शव बरामद नहीं हो पाया

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बारिश ने रोका रेस्क्यू अभियान, डूबे छात्रों का शव बरामद नहीं हो पायाशव तलाश रहे एनडीआएफ।

लखनऊ। गोसाईगंज में बीते शुक्रवार शाम को इंदिरा डैम के पास अपने एक साथी को बचाने में तीन दोस्तों के डूबने से नहर में मौत हो गई थी। छात्रों का शव रात होने की वजह से गोताखोर नहीं खोज पाये। पुलिस और प्रशासन ने शनिवार सुबह होते ही दोबारा से गोताखोरो की मदद से दोबारा छात्रों के शव को खोजने का प्रयास किया, लेकिन दोपहर से बारिश होने के चलते नहर में रेस्क्यू अभियान को रोकना पड़ा। वहीं इस रेस्क्यू अभियान में डीएम, एसडीएम, आईजी रेंज लखनऊ, एसपी ग्रामीण सहित कई आलाधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के इंदिरा नहर डैम में शुक्रवार शाम को नहाने गए तीन छात्रों की डूब कर मौत हो गई थी। शनिवार को प्रशासन ने गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम ने शव को ढूंढने का प्रयास किया। इस दौरान मौके पर मृतक बच्चों के परिजन भी मौजूद थे, जिनकी आंखों में सिर्फ एक आस जगी थी कि, कम से कम उनके बच्चों के शव मिल जाए। बावूजद इसके कई घंटे बीत जाने के बाद भी छात्रों का शव नहीं मिला। वहीं घटनास्थल पर आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह भी पहुंचे, जहां उन्होंने पूरे इलाके का मौका-मुआयना कर भविष्य में हादसों पर लगाम लगाने के डीएम के साथ रणनीति बनाई। हालांकि उनकी पहली प्राथमिकता डूबे बच्चों को जल्द खोज निकालने की थी, इसे लेकर उन्होंने एनडीआरएफ और गोताखोरों को कई दिशा में खोजने के निर्देश दिए। साथ ही शव के आगे बह जाने के चलते कई थानों की फोर्स को रेस्क्यू अभियान में लगाया गया है, जिस पर बारिश ने पानी फेर दिया।

चिनहट थाना क्षेत्र के लौलाई के कांशीराम कालोनी के रहने वाले करन (13), निखिल (13), सौरभ (14) व सुदीप शुक्रवार की शाम करीब चार बजे बारिश के बाद साइकल चलाने निकले थे। साइकिल लेकर ड्रीम वैली के आगे निकल आये। इस बीच संदीप के पैर में कीचड़ लग गया। जिसे धोने के लिए वो नहर किनारे उतरा। इस बीच उसके तीनो दोस्त भी पास आ गए और हँसी ठिठोली करने लगे।

इसी बीच संदीप का पैर फिसला और वो नहर में चला गया। उसे बचाने के लिए निखिल , सौरभ और करन ने भी बारी बारी से नहर में छलांग लगा दी। जान बचाने के प्रयास कर रहे संदीप के हाथ मे नहर किनारे लगी घास आ गई। जिसके सहारे वो किसी तरह नहर से बाहर निकल सका। लेकिन उसके तीनो दोस्त नहर में डूब गए। उसने इस हादसे की सूचना अपने परिजनो को दी। परिजनों ने गोसाईंगंज पुलिस को सूचना दी। हरकत में आई पुलिस ने गोताखोरों की मदद से लापता दोस्तो को नहर में उतारा लेकिन देर शाम तक कोई पता न चल सका। काफी अंधेरा हो जाने के चलते डूबे दोस्तो की तलाश रोक दी गई।

वहीं एसओ गोसाईगंज बलवंत शाही का कहना था कि, सुबह तड़के ही नहर में जाल डालने के साथ गोताखोरों को नहर में तलाशने के लिए उतारा जाएगा और आगे बैराज को भी बंद करा दिया गया है, जिससे शव आगे न बह जाए। उधर निखिल, करन, सौरभ व संदीप चारो गहरे दोस्त थे। और लौलाई के ही आइडियल स्कूल में कक्षा 9 के छात्र थे। करन अपनी दो बहनों रिंकी (16) और वैशाली (18) में इकलौता था। घरवालो की माने तो बारिश के बाद घर से निकलने के लिए मनाकिया था। लेकिन उसने और उसके दोस्तों ने किसी की एक न सुनी और घूमने की बात कह कर घर से निकल गए थे।

      

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