बजट 2020: मछली पालकों के लिए 'सागर मित्र' योजना

Divendra SinghDivendra Singh   1 Feb 2020 6:36 AM GMT

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बजट 2020: मछली पालकों के लिए सागर मित्र योजना

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020-21 का आम बजट में तटीय क्षेत्रों के मछली पालकों के लिए नई योजना की शुरूआत करने की घोषणा की। युवा मछली पालकों के लिए 'सागर मित्र' योजना, जिसमें 500 मछली पालक उत्पादन संगठन बनाए जाएंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "तटीय क्षेत्र के युवाओं को मछली पालन से जोड़कर रोजगार दिया जाएगा, इसके लिए उन्हें सागर मित्र योजना से जोड़ा जाएगा। वर्ष 2023 तक मछली उत्पादन 200 मीलियन टन बढ़ायेंगे।" 3077 सागर मित्र बनाए जाएंगे, तटवर्ती इलाकों के युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इससे पहले के बजट 2019-20 में मछली पालकों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेने पर 2 फीसदी का ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया था। इसके अलावा अगर वह अपना कर्ज समय पर चुकाते हैं तो उन्हें 3 फीसदी अतिरिक्त ब्याज सब्सिडी भी देने का प्रावधान किया था।

देश में मछली पालन को बढ़ावा और मछुआरों को फायदा देने के लिए भी बजट 2019 में बड़ा ऐलान किया गया था। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा था प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से मात्सियिकी विभाग एक सुदृढ़ मात्स्यिकी ढ़ांचे की स्थापना की जाएगी। इसके साथ मत्स्य व्यवसाय को कृषि में भी जोड़ा गय।

सीतारमण ने संसद में 2019-20 का बजट पेश करते हुए यह कहा हैं , "मछली पकड़ने वाले और मछुआरा समुदाय खेती से करीब से जुड़े हुए हैं और ये ग्रामीण भारत के लिए बहुत अहम हैं। " प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के जरिए प्राइस चेन को सुदृढ़ करने संबंधी महत्वपूर्ण खामियों का समाधान किया जाएगा। इनमें इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिकीकरण, पता लगाने की योग्यता, उत्पादन, उत्पादकता, पैदावार प्रबंध और गुणवत्ता नियंत्रण शामिल हैं।

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी का अलग से मंत्रालय बनाया गया था। नए मंत्रालय को आवंटित कुल बजट में से 2,932.25 करोड़ रुपये पशुपालन और डेयरी को बढ़ावा देने के लिए चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं पर खर्च करने की बात की गई थी, जबकि मत्स्य पालन क्षेत्र की योजनाओं के लिए 804.75 रुपये रखे गए थे।

मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मत्स्य पालन व्यवसाय से पूरे देश में डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों की आय जुड़ी हुई है। सभी प्रकार के मछली पालन (कैप्चर एवं कल्चर) के उत्पादन को साथ मिलाकर 2016-17 में देश में कुल मछली उत्पादन 11.41 मिलियन तक पहुंच गया है।

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