नए वित्त वर्ष में ट्रक संचालकों की हो सकती है अनिश्चितकालीन हड़ताल

गाँव कनेक्शनगाँव कनेक्शन   31 March 2017 10:26 AM GMT

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नए वित्त वर्ष में ट्रक संचालकों की हो सकती है अनिश्चितकालीन हड़तालट्रक संचालकों द्वारा एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी गई है।

कोलकाता (आईएएनएस)| नए वित्त वर्ष (2017-18) के शुरू होते ही देशभर में जरूरी सामानों की आपूर्ति बाधित होनेन के आसार नज़र आ रहे है। दरअसल कुछ ट्रक संचालकों द्वारा एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी गई है।

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ट्रक संचालकों ने थर्ड पार्टी बीमा की दरों में तेज वृद्धि के विरोध में यह हड़ताल बुलाई है। साउथ इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने गुरुवार से ही अश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसके अलावा ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हिकल ओनर्स एसोसिएशन (एसीओजीओए) ने एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।

एसीओजीओए के अध्यक्ष चन्ना रेड्डी ने आईएएनएस से कहा, "हम एक अप्रैल से सड़कों पर ट्रक नहीं उतारेंगे। हम थर्ड पार्टी बीमा की दरों में अचानक तेज वृद्धि किए जाने का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 2002 के बाद से अब तक 800 गुना की वृद्धि की जा चुकी है।" बीमा नियामक विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) के थर्ड पार्टी बीमा की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव का विरोध करते हुए ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के अध्यक्ष एस. के. मित्तल ने कहा, "हमने बीमा नियामक से हर वर्ग के वाहनों का रियल टाइम डाटा मांगा, लेकिन हमें यह नहीं दिया गया।" मित्तल ने आईएएनएस से कहा, "इससे पहले दरों के लिए बनी सलाहकार समिति बहुत ही क्रियाशील थी और इसमें सभी साझेदारों का प्रतिनिधित्व था।

इस समिति को फिर से बहाल किया जाना चाहिए और समिति को रियल टाइम डाटा मुहैया कराना चाहिए ताकि दरों की वृद्धि पर अंतिम फैसला हो सके। तब तक स्वेच्छा से और एकपक्षीय तरीके से थर्ड पार्टी बीमा की दरों में वृद्धि किए जाने के फैसले को स्थगित रखना चाहिए।" मित्तल के अनुसार, आईआरडीए ने शुरू में सिर्फ 50 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव रखा था, लेकिन बाद में 41 फीसदी वृद्धि किए जाने की सिफारिश की गई, जो एक अप्रैल से लागू हो रहा है।

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