घना कोहरा बनेगा तीन देशों की परेशानी का सबब, चीन में येलो अलर्ट जारी

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   6 Nov 2017 11:27 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
घना  कोहरा  बनेगा तीन देशों की  परेशानी का सबब, चीन में येलो अलर्ट जारीचीन में येलो अलर्ट जारी.

बीजिंग (आईएएनएस)। चीन के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (एनएमसी) ने देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में घने कोहरे के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं पाकिस्तान भी धुंध के बादल से परेशान है, यह तक उसने इसके लिए भारतीय किसानों को ज़िम्मेदार बताया। जैसे जैसे सर्दियां बढ़ रही हैं वैसे ही भारत में भी धुंध और कोहरे का प्रकोप बढ़ जाता है।

चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एनएमसी के हवाले से बताया कि रविवार शाम से सोमवार सुबह तक बीजिंग, हेबेई, हेनान, शानडोंग, अन्हुई, जियांग्शु, झेजियांग और सिचुआन प्रांतों में कोहरा छाया रहेगा। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में दृश्यता घटकर 200 मीटर तक हो सकती है।

एनएमसी के मुताबिक, ठंड बढ़ने से मंगलवार सुबह से कोहरा छंटने में मदद मिलेगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और उत्तरी चीन के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी होगी। एनएमसी ने लोगों से यातायात सुरक्षा के लिए एहतियात बरतने को कहा है।

क्या होता है येलो अलर्ट - येलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए अलर्ट किया जाता है। यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है।

मौसम विभाग समय-समय पर ऐसे अलर्ट्स जारी करता है। जैसे ग्रीन अलर्ट, रेड अलर्ट, येलो अलर्ट या फिर ऑरेन्ज अलर्ट।

ग्रीन अलर्ट- कोई खतरा नहीं

ऑरेंज अलर्ट - खतरा, तैयार रहें। जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है तो येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है। इसमें लोगों को इधर-उधर जाने के प्रति सावधानी बरतने को कहा जाता है।

रेड अलर्ट - खतरनाक स्थिति। जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने की आशंका होती है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है।

फसल के अवशेष जलाने के बाद एक खेत।

पाकिस्तान में धुंध के पीछे भारतीय किसान, पाकिस्तान ने लगाया आरोप

पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि भारतीय किसानों द्वारा पराली जलाने से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गहरे व घने धुंध के बादल छाते हैं।

पर्यावरण संरक्षण विभाग की मंत्री जाकिया शाह नवाज खान ने कहा कि धुंध हमारे प्रांत में दो सप्ताह से आ रहा है और आने वाले सप्ताह में भी इसके बने रहने की आशंका है। उन्होंने कहा कि भारतीय खेतों से पराली का धुआं सात से आठ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पंजाब तक पहुंच चुका है, जिसके परिणामस्वरूप प्रांत में घने धुंध के बादल छाए हैं।

स्थानीय विशेषज्ञों ने कहा कि प्रांतीय राजधानी लाहौर में कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 है, जबकि अधिकतम सीमा 100 के आसपास है और अगर नियंत्रण नहीं किया जाता है तो आने वाले दिनों में इसके उच्चतम स्तर 500 पर पहुंचने की आशंका है।

पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी सईद मुबाशिर हुसैन ने कहा कि प्रांतीय सरकार ने पूरे प्रांत में पयाली जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसका उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले कुल 197 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और 65 लोगों को पयाली और ठोस अपशिष्ट जलाने को लेकर गिरफ्तार किया गया है।

हुसैन ने सिन्हुआ को बताया कि प्रदूषण करने वाली करीब 175 इकाइयां बंद कर दी गई हैं। धुआं उत्सर्जित करने वाले 15,718 वाहनों को जब्त कर लिया गया है और करीब 43 लाख पाकिस्तानी रुपए (करीब 43,000 डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है। धुंध से न केवल स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं का भी कारण बनता है।

दिल्ली में सुबह हल्का कुहासा

भारत की राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली में सोमवार सुबह हल्का कुहासा छाया रहा और यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किए जाने की संभावना है।

भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "सुबह हल्के कुहासे के साथ दिनभर आसमान साफ रहेगा।" सुबह 8.30 बजे वायुमंडल में आर्द्रता का स्तर 88 प्रतिशत दर्ज किया गया।

दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

अब भारत में सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है, देश के कई शहर धुंध और कोहरे से घिर जायेंगे, इसे रोकने को केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार व कोर्ट अलर्ट हो जाते हैं, पाकिस्तान की तरह भारत में भी पयाली और ठोस अपशिष्ट जलाना इसका मुख्य वजह बताई जाती है। दिल्ली जैसे कई बड़े शहर में अब यह समस्या शुरू होने वाली है।

फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

                       

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.