देश की राजधानी में ही विदेशी पर्यटक सबसे ज्यादा असुरक्षित

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देश की राजधानी में ही विदेशी पर्यटक सबसे  ज्यादा असुरक्षितविदेशी पर्यटक।

नई दिल्ली। अतिथि देवो भव: की मान्यता वाले हमारे देश की राजधानी में ही सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक हमले व लूटपाट के शिकार हो रहे हैं। हाल ही में नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो से प्राप्त आंकड़ों को लेकर सोमवार को केंद्र ने यह जानकारी लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सार्वजनिक की। इसके तहत बताया गया कि विदेशी पर्यटकों पर दिल्ली, गोवा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में वर्ष 2014 और 2015 के दौरान सबसे ज्यादा हमले की घटनाएं हुई हैं।

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पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने यह जानकारी लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों के लिखित जवाब में दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में दिल्ली में विदेशी पर्यटकों पर हमले की 135, गोवा में 66, महाराष्ट्र में 25 और उत्तर प्रदेश में 64 घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में क्रमश: 52, 43, 3 और 38 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। शर्मा ने बताया कि इन मामलों में क्रमश: 34, 27, 8 और 30 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए गए और गोवा में चार, दिल्ली और महाराष्ट्र में एक-एक व्यक्ति को दोषी पाया गया। लेकिन उत्तर प्रदेश में किसी के भी ऊपर दोष सिद्धि नहीं हुई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में विदेशी पर्यटकों पर हमले की कुल 158 घटनाएं दर्ज की गयीं जिनमें चार लोगों के ऊपर दोषसिद्धि हुई। इस मामले में विदेशी महिला पर्यटकों से हुए बातचीत में उन्होंने दिल्ली को सबसे असुरक्षित बताया, हालांकि उनका मानना था कि दामिनी केस के बाद सि्थति में बहुत हद तक सुधार है।

अरूणाचल व असम सबसे सुरक्षित

वे राज्य जहां विदेशी पर्यटकों पर हमले की घटनाएं नहीं हुई हैं, इनमें अरूणाचल प्रदेश, असम, झारखंड, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिकि्कम, त्रिपुरा व उत्तराखंड का नाम शामिल है। जबकि जम्मू-कश्मीर, मिजोरम और उड़िसा में एक-एक केस दर्ज किए गए हैं। इसी तरह हिमाचल, मध्य प्रदेश व तेलंगाना में दो-दो केस दर्ज हैं।

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