‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स’ से करीब 36 आईएस आतंकवादी हलाक

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   14 April 2017 11:57 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स’ से करीब 36 आईएस आतंकवादी हलाकएग्लिन एअर फोर्स बेस पर तैनात GBU-43/B बम (जीबीयू 43:बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट) । यह वो ही बम है जिसे अमेरिका ने अफगानिस्तान के ऊपर गिराया है।

वाशिंगटन/जलालाबाद (एएफपी)। अमेरिकी सेना के सबसे बड़े गैर परमाणु बम हमले में कम से कम 36 आतंकवादी मारे गये। हमले में इस्लामिक स्टेट समूह का गहरा सुरंग परिसर तबाह हो गया। यह जानकारी अफगान अधिकारियों ने आज दी। अधिकारियों ने इसमें किसी नागरिक के हताहत होने से इंकार किया है। रक्षा मंत्रालय ने पूर्वी अफगानिस्तान में कल हुए हमले के संबंध में कहा ,‘‘बम हमले के परिणामस्वरुप की दइश (आईएस) ठिकाने और सुरंग परिसर नष्ट हो गया और आईएस के 36 आतंकवादी मारे गए।''

अमेरिकी सेना ने लड़ाई के लिए तैनात अपना अब तक का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम पाकिस्तानी सीमा के पास पूर्वी अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट सुरंग परिसर में देर रात गिराया। पेंटागन ने कहा कि ‘जीबीयू 43:बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट' बम नंगरहार प्रांत के अचिन जिले में आईएसआईएस खोरासन के एक ‘‘सुरंग परिसर'' में गिरा। इस बम का उपनाम ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स' (एमओएबी) है।

दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टम्प ने बताया कि इस हथियार का लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है. 21600 पौंड वजनी जीपीएस निर्देशित एमओएबी अमेरिका का सबसे शक्तिशाली गैर परमाणु बम है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में बम गिराए जाने की अनुमति दी थी और उन्होंने इस अभियान को ‘‘अत्यंत सफल'' करार दिया।

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह वास्तव में एक सफल अभियान रहा। हमें हमारी सेना पर गर्व है।'' ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इससे उत्तर कोरिया को संदेश मिलता है या नहीं। इससे कोई अंतर नहीं पडता। उत्तर कोरिया एक समस्या है. इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा।''

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बम अफगानिस्तान में स्थानीय समयानुसार शाम करीब सात बजे गिराया गया।

                 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.