#स्वयंफेस्टिवल : महिलाओं की समस्याएं सुनता है 1090 क्या किन्नरों की भी सुनेगा
Rishi Mishra 7 Dec 2016 8:01 PM GMT

लखनऊ। महिलाऐं 1090 की सुविधा ले सकती हैं लेकिन हम नहीं, प्रदेश सरकार ऐसा भेदभाव क्यों कर रही है? यह सवाल लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल एंड ट्रांसजेंडर (एलजीबीटी) के सदस्य यश का है। यश ने पुलिस महकमे से सवाल पूछा कि महिलाओं को अगर परेशानी होती है तो उनके लिए 1090 वीमेन पानर लाइन है, किसी पुरुष को समस्या होती है तो वे उनके लिए 100 नम्बर है लेकिन हमें कोई शिकायत करनी हो तो हमारे लिए कौन सा नंबर और कौन सी सेवा है?
राजधानी के अलीगंज क्षेत्र में स्थित रेमंड टेलरिंग सेंटर में आयोजित स्वयं फेस्टिवल के कार्यक्रम में एलजीबीटी कम्यूनिटी के सदस्यों ने 1090 की पुलिस सेवा के खिलाफ उठाई तो मौके पर ही बदलाव देखने को मिला। इसके जवाब में क्राइम ब्रांच के प्रभारी अक्षय कुमार ने कहा कि इस कम्यूनिटी के किसी सदस्य को अगर लगता है कि वह महिला है तो वह 1090 पर बिना किसी झिझक के अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके साथ ही अगर किसी सदस्य को यह लगता है कि वह पुरुष है तो 100 नंबर पर फोन लगा सकता है। जिस तरह से महिलाओं और पुरुषों की समस्याओं को सुना जाता है उसी तरह उनकी भी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।
यश ने स्वयं फेस्टिवल मंच के माध्यम से कहा कि समाज उन्हें नहीं अपनाता है। लोग उन्हें हेयदृष्टि से देखते हैं और अभद्र टिप्पणी करते हैं। इस पर नम आंखों के साथ उन्होंने वहां मौजूद बच्चों को संबोधित करते हुए उनकी कम्युनिटी को अपनाए जाने की विनती की। उन्होंने बच्चों से कहा.. "भगवान न करे आपके घर में कोई ऐसा हो। हमें कोई नहीं अपनाता है, आप हमें अपना लो।इस दौरान रेमंड सेंटर के हेड आशीष तिवारी ने कहा कि वे एलजीबीटी कम्युनिटी को काम देने में पीछे नही हटेंगे। अगर समाज बदले तो किन्नरो को सम्मान मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने पांच किन्नरों को अपने सेंटर में प्रशिक्षण देने के साथ उनके प्लेसमेंट की बात कही। साथ में इस बात का आश्वासन दिया कि अगर भव्ष्य में रोजगार के संबंध में (बैंक से लोन आदि लेने में) कोई परेशानी हुई तब भी अंत तक वे इनका साथ देंगे।
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