गाय-भैंस की देसी नस्लों के संरक्षण करने वालों के लिए राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, जानिए कौन कर सकता है आवेदन

गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 अगस्त, 2022 से शुरू हुआ है, 15 सितंबर आवेदन की आखिरी तारीख है।

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गाय-भैंस की देसी नस्लों के संरक्षण करने वालों के लिए राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, जानिए कौन कर सकता है आवेदन

अगर आप देसी गाय-भैंस का संरक्षण कर रहे हैं और डेयरी व्यवसाय से जुड़े हुए हैं तो राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2023 के लिए आवेदन कर सकते हैं।

वैज्ञानिक तरीके से दुधारू पशुओं की स्वदेशी नस्लों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित करने के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों को 100 प्रतिशत एआई कवरेज लेने के लिए प्रेरित करना है । यह पुरस्कार 3 श्रेणियों में दिया जाता जाता है जिसमें योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कार शामिल हैं।

मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग, पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के प्रभावी विकास के लिए अथक प्रयास कर रहा है, ताकि किसानों को स्थायी आजीविका प्रदान की जा सके। स्वदेशी नस्लों का वैज्ञानिक तरीके से संरक्षण और विकास करने के उद्देश्य से देश में पहली बार दिसंबर 2014 में "राष्ट्रीय गोकुल मिशन" की शुरुआत की गई थी।

राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत, दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों/एफपीओ और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, इस विभाग द्वारा 2023 के दौरान भी निम्नलिखित तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जा रहा है।

1 - पंजीकृत स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान ।

2 - सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति /दूध उत्पादक कंपनी /डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ)।

3 - सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन।

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार में पहली दो श्रेणियों यानी सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस/एफपीओ/ में पहले स्थान पर आने वाले को पाँच लाख रुपए, दूसरे स्थान पर आने वाले को तीन लाख रुपए और तीसरे स्थान पर आने वाले को दो लाख का नकद पुरस्कार के साथ प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह दिया जाता है।

जबकि सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्रेणी के मामले में, तीनों श्रेणियों के लिए पुरस्कार में केवल योग्यता प्रमाणपत्र और एक स्मृति चिन्ह शामिल है।

ये पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (26 नवंबर, 2023) के अवसर पर दिए जाएँगे। पात्रता मानदंड और नामांकन की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://awards.gov.in या https://lahd.nic.in पर लॉग इन करें।

Gopal Ratna Award 

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