राज्य पक्षी सारस को बचाने के लिए खास मुहिम

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राज्य पक्षी सारस को बचाने के लिए खास मुहिमगाँव कनेक्शन

छेदा (बाराबंकी)। बढ़ते तापमान से सूख चुकी 100 एकड़ की केसराई झील में हर साल प्रवास करने वाले देशी-विदेशी पक्षी प्यासे मर रहे हैं। जिनमें दर्जनों राज्य पक्षी सारस भी शामिल हैं। प्यासे मर रहे इन पक्षियों को बचाने के लिए ग्रामीण और स्थानीय पुलिसकर्मी अपने साधनों से इस झील के पानी को भरने की कोशिश कर रह हैं, ताकि प्यासे मर रहे इन पक्षियों को बचाया जा सके। 

बाराबंकी जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर उत्तर में सूरतगंज ब्लॉक के केसराई गाँव में करीब 100 एकड़ की झील है। इसमें हमेशा पानी रहता था, लेकिन इस बार अप्रैल में ही यह झील सूख गई, जिससे झील के आस-पास रहने वाले पशु-पक्षी प्यासे मरने लगे। शनिवार को एक और सारस की मौत के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग कर्मचारी शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गए। 

इलाके में पक्षियों की प्यास से मौत की बाद छेदा पुलिस चौकी प्रभारी परमहंस तिवारी ने आस-पास के ग्रामीणों और ग्राम प्रधानों को बुलाकर पानी का इंतजाम करने के लिए प्रेरित किया, बल्कि सबके साथ अपनी तरफ से भी सहयोग किया। 

परमहंस बताते हैं, “बेजुबान पक्षियों की मौत दुखद है, मुझसे जो बन पड़ेगा करूंगा। कुछ लोगों ने पैसे जमा कर पंपिंग सेट से पानी भरना शुरू कर दिया। कम से कम इतना पानी तो भरवाना ही है, जिससे पशु-पक्षियों की प्यास बुझ सके।”

परमहंस तिवारी की अपील और आर्थिक मदद के बाद स्थानीय लोगों ने पैसे जोड़कर डीजल मंगाया और झील में पानी भरने की कोशिश की जा रही है। पुलिस, मीडिया और लोगों ने कदम आगे बढ़ाए तो कई प्रधान भी सक्रिय हुए। 

झील के पास अपने खेत में काम कर रहे छेदा गाँव के धर्मेंद्र कुमार ने बताया, “पहले यहां हजारों विदेशी पक्षी डेरा डाले रहते थे। दो महीने पहले तक करीब 10 जोड़े सारस पक्षी भी थे, लेकिन अब सिर्फ चार ही बचे हैं, बाकी सब की मौत हो गई। झील में एक बूंद पानी नहीं बचा है।”

रिपोर्टर - वीरेंद्र सिंह

 

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