अच्छी बारिश के बावजूद नहीं हुआ अच्छा उत्पादन

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अच्छी बारिश के बावजूद नहीं हुआ अच्छा उत्पादनचित्रकूल जिले के कुछ क्षेत्रों में बाजारा की पूरी फसल चौपट हो गयी है।

डॉ. प्रभाकर सिंह- कम्यूनिटी जर्नलिस्ट

राजापुर (चित्रकूट)। पिछले तीन वर्षों से सूखे के चलते किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा था, इस बार किसानों को अच्छी बारिश की उम्मीद थी लेकिन ज्यादा बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। लेकिन कहीं-कहीं पर अच्छी फसल भी हुई है।

चित्रकूट जिले के कुछ क्षेत्रों में फसल अच्छी हुई है तो कहीं कहीं पर तिल, ज्वार, बाजारा की पूरी फसल चौपट हो गयी है। चांदी गाँव की महिला किसान फूला (45 वर्ष) बताती हैं, "इस बार बारिश अच्छी हुई थी, लगा की बाजरा की फसल अच्छी हो जाएगी, लेकिन बाढ़ में फसल डूब गयी थी। नदी के पास की फसल खराब हो गयी।"

पिछले तीन वर्ष में सूखे के चलते पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा था। इस वर्ष पहले से ही अच्छी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा था, अच्छी बारिश भी हुई लेकिन किसानों के मेहनत पर बारिश ने पानी फेर दिया। बारिश से तिल की ज्यादातर फसल बर्बाद हो गयी। खेतों में अधिक पानी भर जाने से ज्वार बाजरा व अरहर की फसलों को भी आंशिक नुकसान हुआ।

इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के तहसील कर्वी के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह कहते हैं, "कुछ इलाकों में बाजरा की फसल अच्छी हुई है, बाकी तो बारिश में सब नष्ट हो गया है। किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलना चाहिए नहीं तो दूसरी फसलें कैसे लगाएंगे।"

कृषि उपनिदेशक जगदीश नारायण कहते हैं, "जिन किसानों की बाढ़ और बारिश में धान, तिल्ली और अन्य फसल नष्ट हुई हैं, तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अर्न्तगत किसानों को मुआवजा विभाग द्वारा दिया जाएगा।"

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation www.ipsmf.org).

    

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