रबी की फसल बोते समय रखें इन बातों का ध्यान

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रबी की फसल बोते समय रखें इन बातों का ध्यानगेहूं जैसी फसल उसी जगह बोएं जहां सिंचाई का पर्याप्त साधन उपलब्ध हो।

स्वयं डेस्क

ये समय रबी की फसलों के बुवाई का है। इन फसलों की बुवाई के समय कम तापमान और पकते समय शुष्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती हैं। ये फसलें अक्सर अक्टूबर-नवम्बर के महीनों में बोई जाती हैं। रबी में सिंचाई के लिए हमें नलकूप तालाब, कुएं और भूमिगत जल संसाधनों पर आश्रित रहना पड़ता है। किसानों को अपनी खेती की कार्य योजना बहुत सोच समझ के बनानी चाहिए।

फसल के अच्छे उत्पादन के लिए इस प्रकार योजना बनाएं

गेहूं जैसी फसल उसी जगह बोएं जहां सिंचाई का पर्याप्त साधन उपलब्ध हो या फिर तिलहन जैसी फसलों का चुनाव करें जैसे कि मसूर, सरसों, चना, मटर आदि। अपने खेतों में जैविक गोबर खाद को ज्यादा से ज्यादा महत्व दे क्योंकि ये खेती की मिट्टी में जैविक और पौष्टिक तत्व को विकसित करती हैं।

यदि आपके पास पानी पर्याप्त हैं तो पहले खेत की सिंचाई करके फिर जुताई कर के बुवाई करें ताकि निंदाई खुदाई के पैसे आपके बच सके।

गेहूं जैसी फसल में यदि पिछले साल की सोयाबीन या फिर अन्य फसल उगती हैं तो उन्हें आप दवाई के छिड़काव कर के नष्ट कर दें। इस बार आप फसल चक्रण पर भी विशेष ध्यान दें। कम से कम तीन वर्ष के अंतराल जरूर रखें।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

  

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