कंडा पाथने के प्रयोग में आ रहा सामुदायिक भवन

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कंडा पाथने के प्रयोग में आ रहा सामुदायिक भवनहसनगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत निमादपुर के मजरा मोहनीखेड़ा में बना सामुदायिक भवन हुआ बदहाली का शिकार। (गाँव कनेक्शन)

मोहित अस्थाना (कम्यूनिटी जर्नलिस्ट)

हसनगंज (उन्नाव)। जिम्मेदारों की अनदेखी से सरकारी भवनों का बुरा हाल है। लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए जिस भवन का निर्माण कराया जाता है वह बदहाली का शिकार हो जाता है और ग्रामीणों की उम्मीद पर पानी फिर जाता है।

पंखे तक चुरा ले गए चोर

दरअसल, जिस मकसद से ग्रामीण क्षे़त्रों में भवनों का निर्माण कराया गया उससे पूरे ग्रामीण भवनों का प्रयोग अपने अंदाज में कर रहे हैं। हसनगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत निमादपुर के मजरा मोहनीखेड़ा में बना सामुदायिक भवन इसका बड़ा उदाहरण है। बसपा शासनकाल में यहां बनाया गया सामुदायिक भवन आज के समय में कंडे पाथने के प्रयोग में लाया जा रहा है। सरकारी भवन में लगी लाइट व पंखे चोर खोल ले गए हैं।

प्रांगण में झाड़ी, हैंडपंप ने बरसों से नहीं उगला पानी

ग्राम पंचायत निमादपुर के मजरा मोहनीखेड़ा में नौ साल पहले 16 लाख रुपये खर्च कर भीमराव अंबेडकर सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया था। देखरेख के अभाव में आज यह भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है। भवन के अंदर जाने के लिये लगे गेट के सामने परिसर में कंडे पाथे जा रहे हैं। यहां पशुओं का भी तांता लगा रहता है। भवन निर्माण के बाद ग्रामीण इसका प्रयोग कर सके इसके लिए बड़े हाल में पंखे ट्यूब लाइटें लगाई गई थी। इसमें ट्यूब लाइट और पंखे गायब हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जबसे यह भवन बना है तबसे इसकी मरम्मत तो दूर यहां के प्रांगण से घास-फूस तक नहीं काटी गई। यही नहीं कभी सफाई भी नहीं कराई गयी है। खिड़कियों के शीशे टूट गये हैं और परिसर में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप भी खराब पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि यह भवन ग्रामीणों की सुविधा और कभी कभार होने वाली सरकारी बैठकों के लिये बनाया गया था। शुरू में एक दो बार इसमें बारातें टिकी किन्तु अब यहां कोई भी आना नहीं चाहता। भवन में ताले तो लटके दिखे मगर इनकी चाभी के बारे में पूछने पर ग्राम प्रधान ने अनभिज्ञता जाहिर की।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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