सपा परिवार का झगड़ा मुलायम की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा : साध्वी
Sanjay Srivastava 4 Jan 2017 4:59 PM GMT
बलिया (भाषा)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 की तारीखों की घोषणा होने के बाद से प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता को हटाकर खुद समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष बनकर औरंगजेब को भी पीछे छोड़ दिया है।
साध्वी ने संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा कि अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष पद से हटाकर खुद वहां बैठ गए। ऐसा कर अखिलेश ने औरंगजेब को भी पीछे छोड़ दिया है।
अपने परिवार में ही लोकप्रिय नहीं अखिलेश
उन्होंने कहा कि अखिलेश केवल प्रचार माध्यमों में लोकप्रिय हैं, वह अपने परिवार में ही लोकप्रिय नहीं हैं। उन्होंने अपने परिवार में विघटन करा दिया है। साध्वी ने इसके साथ ही कहा कि सपा परिवार का झगड़ा मुलायम की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है। उन्होंने संभावना जताई कि अगले एक दो-दिन में मुलायम और अखिलेश फिर एक हो सकते हैं।
मायावती पर साध्वी का प्रहार
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री ने बसपा मुखिया मायावती पर प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने धर्म के नाम पर वोट मांगने को गलत ठहराने के उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले के बावजूद कल संवाददाता सम्मेलन में जिस तरह मुस्लिमों के साथ ही जातीय स्तर पर वोट देने का अनुरोध किया उससे उनकी बौखलाहट उजागर होती है।साध्वी ने विश्वास जताया कि उच्चतम न्यायालय मायावती के इस बयान का स्वत: संज्ञान लेकर उन पर कार्रवाई करेगा।
ताजा सर्वेक्षण का आकलन गलत
उन्होंने एक ताजा सर्वेक्षण में अखिलेश के सबसे अधिक लोकप्रिय होने तथा सपा के सबसे अधिक सीट जीतने के आकलन को गलत बताते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी मीडिया भाजपा को कम सीट पर विजयी दिखाता था लेकिन उसे पूर्ण बहुमत मिला। विधानसभा चुनाव में भी भाजपा तमाम आकलनों को झुठलाते हुए पूर्ण बहुमत हासिल करेगी।
विकास को चुनावी मुद्दा बनाएगी भाजपा
केंद्रीय राज्यमंत्री ने एक सवाल के जबाब में कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में विकास तथा ध्वस्त कानून-व्यवस्था को मुद्दा बनाएगी। क्या भाजपा राम मन्दिर को भी मुद्दा बनाएगी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राम मन्दिर आस्था का मामला है, यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
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