तो पीएम मोदी के लिए काफी खास हैं यूपी के ये दो विधायक

Rishi MishraRishi Mishra   16 March 2017 5:18 PM GMT

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तो पीएम मोदी के लिए काफी खास हैं यूपी के ये दो विधायकअभी तक भाजपा यूपी के मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर सकी है।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उत्तर प्रदेश में चुने गए 325 में से दो विधायक बहुत खास हैं। पीएम इन दो विधायकों को कितना पसंद करते हैं, इसका प्रमाण ये है कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर कुल चुने गए 325 विधायकों में से नरेंद्र मोदी केवल दो विधायकों को ही फालो करते हैं। इनमें से एक सिद्धार्थनाथ सिंह हैं जो कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। जबकि दूसरे नंबर पर हैं लखनऊ की कैंट सीट से मुलायम सिंह यादव की बहू को हराने वाली रीता जोशी बहुगुणा। वे कांग्रेस से भाजपा में आई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खास पसंद में शामिल हो गईं।

वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टि्वटर पर फालोवर की संख्या 2.70 करोड़ से कुछ अधिक है। दुनिया में सबसे अधिक टिवटर फालोवर मोदी के हैंडल में शामिल हैं मगर नरेंद्र मोदी केवल 1600 खास लोगों को फालो कर रहे हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नवासे हैं और इलाहाबाद पश्चिम सीट से जीते हैं।

सिद्धार्थनाथ के पक्ष में अनेक समीकरण

सिद्धार्थनाथ सिंह भी प्रदेश में सीएम पद के मजबूत दावेदार हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं। प्रधानमंत्री सातवें चरण के चुनाव प्रचार के दौरान जब वाराणसी गये थे, तब वे लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास गए थे। वहां वे करीब आधे घंटे के लिए रुके भी थे। सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम सीट पर सपा की उम्मीदवार और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की अध्यक्ष रहीं ऋचा सिंह से 15 हजार से अधिक वोट से जीत कर विधायक बने हैं। ऐसे में बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि सिद्धार्थनाथ सिंह को प्रदेश के सीएम की कुर्सी मिल सकती है। वे नरेंद्र मोदी और शाह गुट के खास हैं और उनकी उम्मीदवारी मजबूत है।

रीता के लिए मंत्रिमंडल में जगह बनेगी

दूसरी कांग्रेस से भाजपा में आईं रीता जोशी बहुगुणा के लिए मंत्रिमंडल में जगह बनना तय माना जा रहा है। उन्होंने कांटे की फंसी सीट पर आसान जीत हासिल की है। इसके साथ ही वे भी अपनी ईमानदार छवि को लेकर जानी जाती हैं। कांग्रेस से भाजपा में आने की वजह से उनको मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं माना जा रहा है।

       

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