आंधी में उड़ी किसानों की मेहनत

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आंधी में उड़ी किसानों की मेहनतgaoconnection

लखनऊ। इस बार आम उत्पादक और कृषि वैज्ञानिक आम की बंपर पैदावार होने की अनुमान लगा रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से आ रही तेज आंधी से आम को काफी नुकसान हो रहा है। मंडी में पच्चीस से तीस रुपए किलो बिकने वाला कच्चा आम आंधी में गिरने के बाद दस से पंद्रह रुपए के भाव में बिक रहा है।

मलिहाबाद फल पट्टी के अलावा माल, इटौंजा, बीकेटी, उन्नाव, खैराबाद में दो महीने पहले से ही कई प्रदेशों के व्यापरियों ने डेरा जमा लिया है। 

इस बार किसानों ने आम की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद लगाई थी। लगातार आंधी आने से आम के दाम में गिरावट आयी है। 

लखनऊ जिला मुख्यालय से लगभग 42 किमी. दूर माल ब्लाक के नरायनपुर गाँव के अवधेश कुमार (55 वर्ष) ने अभी मंडी में आम ले जाने की शुरुआत ही की थी, लेकिन आंधी से आधे से ज्यादा आम गिर गए।

 अवधेश कुमार बताते हैं, “जब आम की बिक्री नहीं शुरू हुई थी तब न आंधी आयी और न पानी और अभी आम की बिक्री शुरू हुयी है तब से हर दूसरे दिन पानी के साथ आंधी आ रही है। एक बार आंधी आने से हम दो दिन तक आम नहीं तोड़ते हैं। ऐसे ही हर दिन आंधी आती रही तो किसान और आम के व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।”

कृषि वैज्ञनिक डॉ. सुभाष चन्द्रा बताते हैं, “लगातार आंधी आने से लगभग 15 फीसदी आम की फसल को नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा। आंधी आने से आम के भाव में एकदम से गिरावट आ जाती है। जो आम तोड़कर मंडी में 25 से 30 रुपए किलो बिकता है, वही आम आंधी में गिरने के बाद 10 से 15 रुपए किलो ही मंडी में बिकता है। 

जिस वजह से किसानों और व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। आंधी के साथ जो पानी आ रहा है वो आम के लिये फायदेमंद नहीं है।” आम के व्यापारी राममूर्ति सिंह बताते हैं, “जब से आम की बिक्री के लिए मंडी खुली है तभी से हर दूसरे दिन आंधी पानी आ रही है। 

आंधी आने से जो आम गिरता है, वह बहुत ही सस्ता बिकता है। इसके अलावा आंधी के प्रकोप से दो दिन तक मंडी में आम का भाव गिर जाता है। अगर ऐसी ही लगातार आंधी आती रही तो आम के व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।” 

रिपोर्टर : अविनाश सिंह 

 

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