बैंक पीओ की तैयारी के लिए रखें इन बातों का ख़ास ध्यान

Shefali SrivastavaShefali Srivastava   15 April 2018 3:13 PM GMT

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बैंक पीओ की तैयारी के लिए रखें इन बातों का ख़ास ध्यानबैंक पीओ की तैयारी के लिए रखें इन बातों का ख़ास ध्यान

युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए बैंकिंग सेक्टर हमेशा से लुभाता रहा है। खासकर लड़कियों के लिए टीचिंग के साथ ही बैंकिंग सेक्टर बेहतरीन माना गया है। बैंकिंग सेक्टर में भर्तियां भी इन दिनों तेजी से हो रही है। बड़े स्तर पर आईबीपीएस, एसबीआई, आरबीआई आदि बैंक पीओ के एग्जाम करा रहे हैं।

विभिन्न सरकारी बैंकों में आने वाले रिक्तियों को देखकर स्टूडेंट फॉर्म तो भर देते हैं लेकिन रणनीति के अभाव में वे असफल हो जाते हैं। बेहतर रणनीति और समय प्रबंधन के साथ अगर तैयारी की जाए तो यकीनन बाजी मारी जा सकती है।

योग्यता

पीओ की परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम 55 प्रतिशत के साथ स्नातक होना चाहिए। कुछ बैंकों में प्रथम श्रेणी से स्नातक मांगा जाता है। इसके लिए कैंडिडेट्स की उम्र 21 से 30 साल के बीच होनी चाहिए। ओबीसी के लिए तीन और एससी और एसटी के पांच वर्ष की छूट है।

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परीक्षा

अब तक आईबीपीएस के पीओ के एग्जाम में ऑनलाइन परीक्षा और साक्षात्कार ही होता था लेकिन अब इसमें प्रारंभिक परीक्षा को भी जोड़ दिया गया है। इसमें 100 ऑब्जेक्टिव प्रश्न रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और इंग्लिश पर आधारित होंगे। ये प्रश्न जिन्हें हल करने के लिए कुल एक घंटे का समय है। हालांकि प्रारंभिक परीक्षा 2016 में केवल उत्तीर्ण होना ही योग्यता का आधार है। अंतिम मेरिट लिस्ट में प्रारंभिक परीक्षा के अंक नहीं जुड़ेंगे।

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मुख्य परीक्षा 2016 में ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव पेपर शामिल होते हैं। ऑब्जेक्टिव पेपर के लिए कुल 200 अंक निर्धारित हैं और वर्णनात्मक पेपर के लिए 25 अंक। ऑब्जेक्टिव पेपर को हल करने के लिए कुल समय-अवधि 3 घंटे की है और 30 मिनट की कुल समय-अवधि वर्णनात्मक पेपर के लिए। इसमें रीजनिंग, डाटा, एनालिसस व इंटरप्रिटेशन, मार्केटिंग और कम्प्यूटर अवेयरनेस, सामान्य अंग्रेजी तथा सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

प्रारंभिक परीक्षा की ऐसे करें तैयारी

प्रारंभिक परीक्षा या पीटी की तैयारी के लिए अलग से पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है। मेन्स की तैयारी पहले की तरह ही करें, इससे पीटी की भी तैयारी अपने आप हो जाएगी। सबसे बेहतर तरीका है अभ्यास करें।

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विशेषज्ञों की मानें तो सेट प्रेक्टिस से बेहतर दूसरा कोई विकल्प नहीं है। खासकर पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों को जरूर करें। अपने कॉन्सेप्ट को क्लियर करके चलें।

स्पीड जरूरी

बैंकिंग परीक्षा उत्तीर्ण करने हेतु सबसे अधिक महत्वपूर्ण है, कि आपकी स्पीड अच्छी हो। इसके लिए महत्वपूर्ण है कि यदि आप सेट की प्रेक्टिस 2 घंटे में करते हैं तो उसका हल देखने में 4 घंटे लगाएं, जिससे हम अपनी कमियों जानकर उनको दूर कर सके। ट्रिक्स और शॉर्ट कट्स पर भी ध्यान दें।

कितनी लाभदायक कोचिंग

बैंकिंग की तैयारी के लिए कोचिंग आपके लिए लाभदायक अवश्य होती है, परन्तु इसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप स्वयं के द्वारा साथ में कैसा परिश्रम कर रहे हैं। खुद से अच्छी मेहनत न करने से कोचिंग में आप बहुत सी बातों को समझ नहीं पाएंगे।

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करें ऑनलाइन प्रेक्टिस

बैंकिंग के लिए एग्जाम ऑनलाइन होते हैं, इसलिए जरूरी है कि तैयारी भी ऑनलाइन ही की जाए। कई वेबसाइट बैंक पीओ की तैयारी की सुविधा देती हैं, हालांकि यहां प्रेक्टिस के लिए आपको फीस जमा करनी होगी।

इंटरव्यू की बेहतर तैयारी जरूरी

मेन्स क्लीयर करने के बाद आपको रेटिंग और रैंकिंग के आधार पर इंटरव्यू का मौका मिल सकता है। इंटरव्यू की तैयारी पहले से करके रखें। आपने जिस सब्जेक्ट में ग्रैजुएशन या मास्टर्स किया है उसके बेसिक्स जरूर याद रखें। अपने ड्रेस कोड पर ध्यान दें। इंटरव्यू बोर्ड को उलझाने की कोशिश न करें। इंटरव्यू के दिन अखबार जरूर पढ़ें और न्यूज भी देखकर जाएं।

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बीटेक वाले बैंकिंग सेक्टर में ढूंढ रहे नौकरियां

काउंसलर जेसी पांडेय बताते हैं कि बैंकिंग क्षेत्र में इन दिनों नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इंजीनियरिंग स्टूडेंट तेजी से बैंकिंग क्षेत्र का रुख कर रहे हैं। यानी बैंकिंग के लिए अब बीटेक भी रूटीन कोर्स बन गया है। इसकी वजह है कि बीटेक के कई ऐसे कॉलेज और इंस्टीट्यूट हैं जहां एजुकेशन लेवल मजबूत नहीं है। साथ ही स्टूडेंट्स की मानसिकता भी सरकारी नौकरी वाली होती है इसलिए ये बैंकिंग की तैयारी कर रहे हैं। इंजीनियरिंग स्टूडेंट की गणित और रीजनिंग मजबूत होती है इसलिए उनका सेलेक्शन आसानी से हो जाता है।

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