लखीमपुर खीरी हिंसा: योगेंद्र यादव ने कहा, कल से देशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे किसान

सयुंक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगेंद्र यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों की मौत हो गई, घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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लखीमपुर खीरी हिंसा: योगेंद्र यादव ने कहा, कल से देशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे किसान

संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कांफ्रेंस में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में आज दिन में हुई हिंसा के विरोध में तीन मांगे रखीं हैं, यहां पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मौत हो गई।

स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव जोकि नौ सदस्यीय समन्वय समिति में से एक हैं, ने कहा, "आज की हिंसा में चार किसानों की मौत हो गई और दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं।"

मृतकों लवप्रीत सिंह (20 वर्ष), नक्षत्र सिंह (60 वर्ष) दलजीत सिंह (35 वर्ष) और गुरविंदर सिंह (19 वर्ष) शामिल हैं। घायल लोगों का इलाज चल रहा है।

योगेंद्र यादव ने आगे कहा, "आज जो हुआ वह बहुत ही बर्बर घटना है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। किसानों ने कोई भी उकसाने का काम नहीं किया न ही पत्थर फेंका।"

उन्होंने कहा, "किसानों को शांति बनाए रखनी चाहिए और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखना चाहिए।"


आज हुई हिंसा के जवाब में संयुक्त किसान मोर्चा ने चार मांगें रखीं हैं। सबसे पहली राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा (टेनी) के इस्तीफे की मांग। अजय कुमार मिश्रा खीरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं।

दूसरी मांग में धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाए और तीसरा घटना की जांच की जाए।

सयुंक्त किसान मोर्चा ने देश भर के किसानों संगठनों से तीन मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए कल, 4 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच सभी जिला कलेक्टर/जिलाधिकारी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।

एसआईकेएस के किसान सभा नेता पी कृष्णप्रसाद ने मीडिया को बताया कि सयुंक्त किसान मोर्चा ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफे और माफी की मांग की है, जिन्होंने तीन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आज 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया दौरे पर हंगामा हुआ, जिसमें अपुष्ट समाचार रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा मौर्य के स्वागत के लिए एकत्र हुए स्थानीय नेताओं के साथ संघर्ष के बाद हिंसा भड़क उठी थी।


दावा किया जा रहा है कि कई प्रदर्शनकारी किसान भी घायल हुए हैं और स्थिति तनावपूर्ण है.

गांव कनेक्शन ने लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौरसिया से बात की, जिन्होंने कहा, "स्थिति अब नियंत्रण में है। हमने वहां पर भारी सुरक्षा तैनात की है। स्थानीय पुलिस और पीएसी ने इलाके को अपने नियंत्रण में ले लिया है।" हालांकि, हालांकि, डीएम ने झड़प में मृतकों की कुल संख्या के बारे में नहीं बताया।

डिप्टी सीएम के निर्धारित आगमन की खबर लखीमपुर खीरी के स्थानीय किसानों में फैल गई, हजारों किसान महाराजा अग्रसेन खेल के मैदान के हेलीपैड पर पहुंचे, जहां मौर्य को ले जाने वाला हेलीकॉप्टर आज उतरना था। किसानों द्वारा लैंडिंग साइट को कब्जे में ले लिया।

मौर्य का काफिला आखिरकार दोपहर करीब 12:00 बजे तिकुनिया पहुंचा और प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर इसे रोकने का प्रयास किया। बताया गया है कि उपमुख्यमंत्री मौर्य केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के तिकुनिया स्थित गांव का दौरा कर रहे थे, तभी किसानों और स्थानीय नेताओं के बीच झड़प हो गई

इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने एक बयान जारी कर बताया कि वह भी पहुंच रहें हैं।

"किसान लौट रहे थे और उन पर कर चढ़ा दी गई, उन पर गोली भी चलाई गई, जानकारी के अनुसार, कुछ लोग मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं। हम लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो रहे हैं और आधी रात तक वहां पहुंच जाना चाहिए।"

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