मायावती ने फिलहाल गठबंधन पर लगाया ब्रेक, कहा- सपा में आया सुधार तो फिर करेंगे विचार
लोकसभा चुनाव हारने के बाद उत्तर प्रदेश में गठबंधन टूटता नजर आ रहा है। इस बात का संकेत खुद मायावती ने दिया है। मायावती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव नतीजों से साफ है कि तय वोट भी सपा के साथ खड़ा नहीं रह सका है।
गाँव कनेक्शन 4 Jun 2019 6:09 AM GMT
लखनऊ। लोकसभा चुनाव हारने के बाद उत्तर प्रदेश में गठबंधन टूटता नजर आ रहा है। इस बात का संकेत खुद मायावती ने दिया है। मायावती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव नतीजों से साफ है कि तय वोट भी सपा के साथ खड़ा नहीं रह सका है। सपा की यादव बाहुल्य सीटों पर भी गठबंधन उम्मीदवार चुनाव हार गए हैं। कन्नौज में डिंपल यादव और फिरोजबाद में अक्षय यादव का हार जाना हमें बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है। उन्होंने कहा कि सपा में सुधार की जरूरत है। अगर सुधार नहीं होता है तो हमारा अकेले चलना ही बेहतर है।
BSP Chief Mayawati on SP-BSP coalition: It's not a permanent break. If we feel in future that SP Chief succeeds in his political work, we'll again work together. But if he doesn't succeed, it'll be good for us to work separately. So we've decided to fight the by-elections alone. pic.twitter.com/VP20N4zL4Y
— ANI UP (@ANINewsUP) June 4, 2019
उन्होंने कहा कि बसपा और सपा का तय वोट जुड़ने के बाद इन उम्मीदवारों को हारना नहीं चाहिए था। अखिलेश और डिंपल के साथ हमारा रिश्ता बना रहेगा। हमेशा के लिए रिश्ते बने रहने की बात कही तो दूसरी तरफ फिलहाल चुनावी राजनीति अकेले ही आगे बढ़ने की भी पुष्टि की। मायावती ने लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा सपा पार्टी पर फोड़ा, उन्होंने कहा कि कि उन्हें यादव वोट ही नहीं मिले।
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उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राज्य में 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बसपा अकेले लड़ेगी। हमारी समीक्षा में पाया गया कि बीएसपी जिस तरह से कैडर बेस पार्टी है। हमने बड़े लक्ष्य के साथ एसपी के साथ मिलकर काम किया है, लेकिन हमें बड़ी सफलता नहीं मिल पाई है।
इस चुनाव में सपा ने भाजपा को हराने का अच्छा मौका गंवा दिया है। ऐसी स्थिति में समाजवादी पार्टी को सुधार लाने की जरूरत है। यदि मुझे लगेगा कि सपा प्रमुख राजनीतिक कार्यों के साथ ही अपने लोगों को मिशनरी बनाने में कामयाब हो जाते हैं तो फिर हम साथ चलेंगे। अगर ऐसा नहीं हो पाया तो हमारा अकेले चलना ही बेहतर होगा।
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