कोरोना का भय दिखाकर कालाबाजारी करने वालों पर नकेल, मास्क और सेनिटाइजर के रेट तय

Arvind ShuklaArvind Shukla   20 March 2020 5:23 PM GMT

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कोरोना का भय दिखाकर कालाबाजारी करने वालों पर नकेल, मास्क और सेनिटाइजर के रेट तय

नई दिल्ली। महामारी बन चुके कोरोना वायरस का जैसे-जैसे प्रकोप बढ़ता रहा है, कुछ लोग इससे फायदा उठाकर कालाबाजारी कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने बढ़ती कीमतें और कालाबाजारी को देखते हुए मास्क और सैनेटाइटर समेत कई चीजों के रेेेट तय कर दिए हैं, अब इससे ज्यादा कीमतें वसूलने पर कानूनी एक्शन होगा।

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने देश में कोरोना की रोथकाम में उपयोग की जाने वाली सामाग्री, जैसे मास्क, सैनेटाइजर आदि के रेट तय कर दिए हैं। अब 2 प्लाई वाला मास्क 8 रूपए और 3 प्लाई वाला मास्क 10 रुपए से ज्यादा नहीं बिक सकेगा।

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीटर कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "कोरोना वायरस #COVID19 के फैलने के बाद से बाजार में विभिन्न फेस मास्क, इसके निर्माण में लगने वाली सामग्री और हैंड सेनिटाइजर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए इनकी कीमतें तय कर दी हैं।"

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत 2 और 3 प्लाई मास्क में इस्तेमाल होने वाले फैब्रिक की कीमत वही रहेगी जो 12 फरवरी 2020 को थी, 2 प्लाई मास्क की खुदरा कीमत 8 रु./मास्क और 3 प्लाई की कीमत 10 रु./मास्क से अधिक नहीं होगी।

30 जून 2020 तक के लिए तय की गई कीमतें

इसके साथ ही हैंड सेनिटाइजर की 200 मिलीलीटर बोतल की खुदरा कीमत 100 रुपए से अधिक नहीं होगी। अन्य आकार की बोतलों की कीमत भी इसी अनुपात में रहेंगी। ये कीमतें 30 जून 2020 तक पूरे देश में लागू रहेंगी।

कोरोना के खौफ के चलते एक हफ्ते पहले से ही भारत के कई राज्यों मास्क की कमी हो गई थी। जिसके बाद दुकानदारों ने रेट बढ़ा दिए 10 रुपए वाला मास्क लोग 100-200 रुपए मे खरीद रहे थे। जबकि N-95 मास्क के लिए कई जगह लोग कई सौ रुपए वसूल रहे थे।

ट्वीटर पर हुई सराहना तो लोगों ने पूछा- ज्यादा कीमतें वसूलने वालों पर क्या कार्यवाई होगी?

केंद्रीय मंत्री के ट्विटर पर काफी लोगों ने इस फैसले की सराहना की तो की लोगों ने ये भी पूछा कि जो दुकानदार ज्यादा कीमतें वसूल रहे थे, या अभी भी वसूलेंगे? डॉ. राजपुरोहित नाम के हैंडल ने ट्विटर पर पूछा कि मंत्री जी मैंने 15 मार्च को 8 रुपए वाला मास्क 150 में खरीदा था क्या उस उस मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जब्त कर कार्रवाई की जाएगी।

लोगों से जमाखोरी न करने की अपील

कोरोना के बढ़ते संक्रमण और दूसरे देशों के हालातों को देखते हुए लोग खानेपीने (आटा, दाल चावल, तेल चीनी) जैसे दूसरे सामान ज्यादा से ज्यादा खरीदरकर रखने लगे हैं। सबसे ज्यादा भीड़ राशन की दुकानों पर देखी गई। टीवी रिपोर्ट के अनुसार 22 मार्च के जनता कर्फ्यू की अपील के बाद सामान जमा करने की प्रवृत्ति लोगों में ज्यादा बढ़ गई है। लोग भारी मात्रा में सब्जियां भी खरीदते देखे गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्र के अपने संबोधिन में लोगों को भरोसा दिलाया था कि देश में खाने पानी की चीजें, दूध, दवा और जरूरी चीजों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए सभी जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील भी कि थी कि वो अनावाश्यक रूप से अपने घरों में सामान जमा न करें।

बावजूद इसके शुक्रवार को सुपर मार्केट, राशन, सब्जी मंडियों में भारी भीड़ देखी गई। लखनऊ में नवीन गल्ला मंडी के सब्जी कारोबारी जसवंत सोनकर ने बताया कि बृहस्पतिवार की अपेक्षा शुक्रवार को ज्यादा लोग मार्केट आए। वो प्याज और आलू जैसी ज्यादा दिन तक चलने वाली सब्जी खरीदते देखे गए।'

   

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