गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते राजस्थान में कई परीक्षाएं रद्द

राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन लगातार छठे दिन भी जारी रहा। आंदोलन के कारण कई परीक्षाएं निरस्त होने की खबरें आ रही है। वहीं राजस्थान सरकार ने एक बिल का मसौदा तैयार किया है जो बुधवार को विधानसभा में पेश की जाएगी।

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गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते राजस्थान में कई परीक्षाएं रद्द

लखनऊ: राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन ने विकराल रुप धारण कर लिया है। आंदोलन का समूचे राजस्थान में प्रभाव पड़ना भी शुरु हो गया है। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के कारण राजस्थान यूनिवर्सिटी में 13 फरवरी से 16 फरवरी तक होने वाली सभी मुख्य परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया है। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के कारण राजस्थान में पिछले कई दिनों से बड़ी संख्या में धरना-प्रदर्शन और हिंसक झड़पें हो रही हैं।

इससे पहले रविवार को राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित कृषि और आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक की परीक्षा भी निरस्त कर दी गई थी। राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित कृषि और आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के 1832 पद के लिए करीब एक लाख अभ्यर्थी पंजीकृत थे। आंदोलन के कारण अधिकांशतः परीक्षार्थी शनिवार को ही परीक्षास्थल पर पहुंच गए थे लेकिन बाद में परीक्षा स्थगित होने के कारण उनको निराश होकर घर लौटना पड़ा।

राजस्थान यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं पर भी असर

राजस्थान यूनिवर्सिटी में 13 फरवरी से 16 फरवरी तक होने वाली नॉन कॉलेजों के तीनों वर्षों की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं। निरस्त होने वाले पेपरों में प्रथम वर्ष का अंग्रेजी, समाजशास्त्र, इतिहास, द्वितीय वर्ष का इतिहास (प्रथम प्रश्न पत्र) और तृतीय वर्ष का राजनीतिक विज्ञान (प्रथम प्रश्न पत्र) और भूगोल (प्रथम प्रश्न पत्र) शामिल है। यूनिवर्सिटी के 91 केंद्रों पर 1.40 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।

राजस्थान यूनिवर्सिटी द्वारा यह परीक्षाएं फिर से कब कराई जाएंगी, इस पर यूनिवर्सिटी बोर्ड ने अभी तक कुछ साफ नहीं किया है। हालांकि 18 फरवरी से होने वाली परीक्षाएं अपने समयानुसार यथावत चलती रहेंगी।

परीक्षाओं के लगातार निरस्त होने से परीक्षार्थी काफी परेशान हैं। परीक्षार्थी रवींद्र ट्वीट करते हैं, 'कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित शारीरिक शिक्षक परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन कल से कराया जाना है लेकिन गुर्जर आरक्षण आंदोलन के कारण ना रोडवेज की बसें चल रहीं हैं और ना ही रेल की सुविधा है। ऐसे में कोई करे भी तो क्या करे?'

अभी क्या है स्थिति?

आरक्षण की मांग को लेकर रेल की पटरियों और सड़कों पर बैठे गुर्जर नेता लगातार अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। आंदोलन लगातार छठे दिन जारी है। हालांकि सरकार ने मामले को सुलझाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सरकार ने एक बिल का मसौदा तैयार किया है जिसमें गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण की बात कही गई है। यह बिल विधानसभा में बुधवार को पेश होगा।

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