गाँव में बिजली के लिए ग्रामीणों का जल सत्याग्रह, ट्रांसफार्मर जलने के बाद दो माह से अँधेरे में रह रहे ग्रामीण

मध्य प्रदेश के सतना जिले के गाँव अतरबेदिया कला में ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। ग्रामीण दो माह पहले गाँव में लगे ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद से अंधेरे में रह रहे हैं।

Sachin Tulsa tripathiSachin Tulsa tripathi   6 Sep 2020 8:11 AM GMT

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गाँव में बिजली के लिए ग्रामीणों का जल सत्याग्रह, ट्रांसफार्मर जलने के बाद दो माह से अँधेरे में रह रहे ग्रामीणमध्य प्रदेश के सतना जिले के गाँव अतरबेदिया कला में बिजली के लिए जल सत्याग्रह कर रहे ग्रामीण । फोटो : गाँव कनेक्शन

सतना (मध्य प्रदेश)। गाँव में लगा ट्रांसफार्मर जल गया, दो महीने बीत गए, मगर बिजली विभाग शिकायत मिलने के बावजूद ट्रांसफार्मर नहीं ठीक कर सका। ऐसे में दो महीने से अँधेरे में रह रहे ग्रामीणों ने अब जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है।

यह हालात हैं मध्य प्रदेश के सतना जिले के गाँव अतरबेदिया कला के जहाँ ऊँचेहरा क्षेत्र में आने वाले एक ही पंचायत के पांच गांव में पिछले दो माह से बिजली नहीं जल पा रही है।

इन गाँव की बिजली सप्लाई के लिए बिजली कंपनी ने एक ही ट्रांसफॉर्मर से सप्लाई दे रखी है। इस समस्या को लेकर ग्रामीण बिजली के अधिकारियों से मिले लेकिन दो महीनों से आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिला। परेशान ग्रामीणों ने पांच सितम्बर से गाँव में बिजली के लिए जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है।

जल सत्याग्रह कर रहे किसान अमित गौतम 'गाँव कनेक्शन' से बताते हैं, "दो माह से गाँव में लगा हुआ ट्रांसफार्मर जला हुआ। इस समस्या से बिजली के अधिकारियों को अवगत भी कराया गया है लेकिन वह सुन नहीं रहे इसलिए हमें मजबूरन जल सत्याग्रह शुरू करना पड़ा है।"

ऊँचेहरा जनपद में आने वाले ग्राम पंचायत धनेह में अतरवेदिया, इटमा, धनेह, मढ़ऊ और उमरिया गांव आते हैं। इन गांव में करीब 2500 लोग रहते हैं। इनमें से 1500 लोग ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण दो माह से बिजली बिना रह रहे हैं।एक और ग्रामीण केदार प्रसाद तिवारी बताते हैं, "ट्रांसफार्मर की समस्या लेकर मैहर के कार्यपालन यंत्री को ज्ञापन देकर बताया गया था। उन्होंने कहा कि बकाया बिल देने के बाद ही ट्रांसफार्मर लगेगा। बकाया कुछ लोगों का है लेकिन पूरी जनता को परेशान किया जा रहा है। इसलिए लोग पानी में डूबे हुए हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक यह सत्याग्रह चलता रहेगा।"

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर के सतना सर्किल में आने वाले मैहर संभाग से अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक ग्राम अतरवेदिया में जले ट्रांसफार्मर के 50 उपभोक्ताओं का करीब 8 लाख रुपया बकाया है। नियमन कुल बिल का 10 फीसदी या फिर बकाया बिल का 50 फीसदी जमा करने पर ट्रांसफॉर्मर बदलने का प्रावधान है।

ग्रामीणों ने चार सितंबर को कार्यपालन अभियंता मैहर को इस संबंध में ज्ञापन भी दिया था। ज्यादा जानकारी के लिए कार्यपालन अभियंता से मोबाइल पर सम्पर्क करने के कई प्रयास किये गए लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया।

इधर राष्ट्रीय किसान महासंघ के सुभाष पांडेय 'गांव कनेक्शन' को बताते हैं, "बिजली विभाग की लचर व्यवस्था के कारण अतरवेदिया और इससे जुड़े गांव के लोग बिजली नहीं जला पा रहे। किसान महासंघ अभी जल सत्याग्रह कर रहा है। इसके बाद भी नहीं माने तो हमें उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।"

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